पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के निर्देशन में कारपेट एक्सपो मार्ट भदोही में साइबर सिक्योरिटी अवेयरनेस वर्कशॉप कार्यक्रम का आयोजन किया गया

पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के निर्देशन में कारपेट एक्सपो मार्ट भदोही में साइबर सिक्योरिटी अवेयरनेस वर्कशॉप कार्यक्रम का आयोजन किया गया

निष्पक्ष जन अवलोकन।

अनिल तिवारी।

भदोही।

उल्लेखनीय है कि आज दिनांक 19.11.2025 को ,अभिमन्यु मांगलिक, पुलिस अधीक्षक भदोही के नेतृत्व में आयोजित जनपद स्तरीय साइबर जागरूकता, मिशन शक्ति, यातायात सम्बन्धित कार्यशाला में साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर – 1930 और वेबसाईट: cybercrime.gov.in पर Golden Hour में अर्थात शीघ्रातिशीघ्र शिकायत दर्ज करने की महत्ता तथा साइबर स्लैवरी के संबंध में जनपद भदोही के स्कूलों के छात्र/छात्राओं, व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं समाज के अन्य वर्ग के सदस्यों तथा पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कार्यशाला के दौरान श्रीमान पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा ऑनलाइन प्रतिभाग किया गया। पुलिस अधीक्षक भदोही द्वारा स्वयं कार्यक्रम स्थल एक्सपो मार्ट भदोही के सभागार में उपस्थित रहकर कार्यक्रम का नेतृत्व किया गया। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, द्वारा अपने सम्बोधन में साइबर जागरूकता, मिशन शक्ति, यातायात नियमों से सम्बन्धित कार्यशाला में उपस्थित विभिन्न स्कूलों के शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राओं, विभिन्न व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधि, ऑनलाइन माध्यम से जुड़े जनपद भदोही के शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राओं, भदोही के साइबर सेल तथा थानों के पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों, मीडिया प्रतिनिधियों को सर्वप्रथम साइबर-स्लैवरी के खतरे के बारे में आगाह किया गया। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश महोदय द्वारा साइबर अपराध को दस प्राथमिकताओं में चिह्नित कर नियंत्रण हेतु किए गए प्रयासों के संबंध में पुलिस अधीक्षक महोदय भदोही द्वारा बिंदुवार बताया गया कि: 1. साइबर अपराधी पीड़ित के साथ माइन्ड-गेम खेलते हैं। वो हमें लालच में फसाकर अथवा भय दिखाकर हमारे साथ धोखाधड़ी करते हैं। 2. साइबर अपराधों से पढ़े लिखे लोग भी बहुत संख्या में प्रभावित होते हैं, क्योंकि पीड़ित द्वारा यह नहीं सोचा जाता कि क्या ऐसा संभव भी है? जैसा साइबर अपराधी कह रहा है। यथा, क्या शेयर मार्केट में निवेश से इतना ऊंचा लाभ मिल सकता है? जैसा सामने वाला व्यक्ति कह रहा है। क्या वास्तव में पुलिस किसी को फोन पर अरेस्ट कर भी सकती है? 3. साइबर अपराधों से बचने हेतु पुलिस महानिदेशक, साइबर क्राइम द्वारा A. स्टॉप, B. लुक, C. ऐक्ट का फार्मूला बताया गया। अर्थात, किसी संदिग्ध व्यक्ति के संपर्क करने पर एक क्षण रुकें, देखें कि क्या जो अमुक व्यक्ति कह रहा है यह संभव भी है अथवा नहीं; और इसके पश्चात कोई निर्णय लेकर कदम उठायें। 4.जन-सामान्य को पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा आह्वान किया गया कि वे भी जागरूकता के प्रचार-प्रसार के प्रयासों में सम्मिलित हों। बिना जन-सामान्य के पुलिस के साथ साइबर जागरूकता अभियान में सम्मिलित हुए बगैर पूर्ण सफलता संभव नहीं है, क्योंकि जागरूकता साइबर अपराधों की रोकथाम में केंद्र बिन्दु है। 5. साइबर अपराधों के प्रति सजग एवं सावधान रहें, परंतु फिर भी अपराध हो जाए तो, सड़क - दुर्घटना के एक घंटे के गोल्डन आवर (Golden Hour) के अंदर घायल के अस्पताल पहुँच जाने पर उसकी जान बच जाने का उदाहरण देते हुए बताया गया कि साइबर फ्रॉड हो जाने पर शीघ्रतम 1930 साइबर हेल्पलाइन पर या वेबसाईट: cyber crime.gov.in पर सूचना दर्ज कराएं। इससे फ्रॉड धनराशि को अपराधी के अकाउंट में जाने से रोका जा सकेगा, और पैसा बैंकिंग सिस्टम में ही बना रहेगा। इसलिए बिना समय नष्ट किए अपराध कि सूचना वेबसाईट या हेल्पलाइन में दिए जाने की जागरूकता का प्रचार-प्रसार किया जाए और साइबर थानों एवं सेल द्वारा तत्काल कार्यवाही की जाय। 1930 हेल्प लाइन कि क्षमता भी बढ़ाई जा रही है। यह कार्यवाही फर्स्ट-ऐड (First Aid) की तरह होनी चाहिए। पैसे को बैंकिंग सिस्टम में तत्काल रोकने हेतु बैंक, पेमेंट गेटवे, पुलिस, हेल्पलाइन 1930 आदि का संयुक्त Cyber Fraud Mitigation Centre (CFMC) का गठन Indian Cyber Crime Co-ordination Centre (I4C) द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर किया गया है। महोदय द्वारा बताया गया कि मिशन शक्ति भारत सरकार की एक व्यापक योजना है जिसका उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षण और सशक्तिकरण को मजबूत करना है। यह योजना महिलाओं के समग्र विकास पर केंद्रित है और इसके दो मुख्य कार्यक्षेत्र हैं: 'संबल' (सुरक्षा के लिए) और 'सामर्थ्य' (सशक्तिकरण के लिए)। 'संबल' के तहत जनपद के विभिन्न स्थानों पर मिशन शक्ति केंद्र एवं वन स्टॉप सेंटर और महिला हेल्पलाइन जैसी पहलें शामिल हैं, जबकि 'सामर्थ्य' के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देना और वित्तीय सहायता देना जैसी पहलें शामिल हैं।