कानपुर देहात के रसूलाबाद में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में बड़ी लापरवाही आयी सामने
निष्पक्ष जन अवलोकन।
अंकित तिवारी।
कानपुर देहात के रसूलाबाद स्थित श्री धर्मगढ़ बाबा मंदिर के रामलीला मैदान में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में बड़ी लापरवाही आई सामने। कार्यक्रम में शामिल अधिकांश जोड़ों ने न तो फेरे लिए और न ही सिंदूर भरा,जबकि हिंदू विवाह में ये दोनों महत्वपूर्ण रस्में हैं। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी और रसूलाबाद नगर पंचायत के ईओ कुलकमल सिंह ने बताया कि कुल 124 जोड़ों में से 10 जोड़े अनुपस्थित रहे।शादी में 107 हिंदू और 3 मुस्लिम जोड़े शामिल थे।व्यवस्था में बड़ी खामी देखने को मिली एक ही मंडप में दो-दो जोड़ों को बैठाया गया, जिससे हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार शादी संपन्न नहीं हो सकी।आचार्य अरूणी बाजपेयी ने मंच से बार-बार फेरे और सिंदूर की रस्म पूरी करने की अपील की, लेकिन उनकी बात अनसुनी कर दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकांश जोड़े केवल सरकारी सामान लेने आए थे।जोड़ों के परिजनों ने अधिकारियों पर सरकार की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया। एक मंडप पर दो-दो जोड़े बैठ गए ऐसे में फेरे कि रस्म पूरी करने के लिए के लिए आचार्य मौजूद नहीं थे अधिकारियों ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह के नाम पर सरकार की छवि धूमिल कर सिर्फ खाना पूर्ति की है।खंड विकास अधिकारी और सहायक नोडल अधिकारी डीपी यादव के प्रयास से कार्यक्रम के अंत में कुछ जोड़ों ने रीति-रिवाज के साथ शादी संपन्न की। कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी राजीव सिरोही, रसूलाबाद कोतवाल अनिल कुमार पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। हालांकि, कार्यक्रम में शामिल जोड़ों की सटीक संख्या के बारे में किसी भी अधिकारी ने स्पष्ट जानकारी नहीं दी। पांडाल स्थल पर उप जिलाधिकारी सर्वेश कुमार सिंह क्षेत्राधिकारी राजीव सिरोही व कोतवाल अनिल कुमार मौजूद रहे विवाह समारोह में जोड़ों को ट्रॉली बैग, पायल, डिनर सेट, कुकर आदि दिया प्रत्येक जोड़े को लंच पैकेट दिए गए। जोड़ों को उपजिलाधिकारी, तहसीलदार संतोष कुमार,नायब तहसीलदार अभिनव चतुर्वेदी डीपी यादव खंड विकास अधिकारी ईओ कुलकमल सिंह तथा देवसरण ने तोड़िया बिछिया उपहार भेंट किये