जयगुरुदेव संगठन के प्रमुख पंकज महाराज ने सत्संग में शाकाहार अपनाने की दिलाई शपथ

जयगुरुदेव संगठन के प्रमुख पंकज महाराज ने सत्संग में शाकाहार अपनाने की दिलाई शपथ

निष्पक्ष जन अवलोकन! प्रताप तिवारी! जयगुरुदेव संगठन के प्रमुख पंकज महाराज ने सत्संग में शाकाहार अपनाने की दिलाई शपथ सीतापुर।बाबा जयगुरुदेव आश्रम मथुरा के शिष्य पंकज यादव महाराज ने जिला मुख्यालय के समीप स्थित ग्राम मधवापुर में एक भव्य सत्संग का आयोजन किया।इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं को शाकाहारी बनने,मांस-मदिरा से दूर रहने और आध्यात्मिक जीवन अपनाने का संदेश दिया।महाराज के प्रेरणा दायक प्रवचनों से प्रभावित होकर सैकड़ों लोगों ने हाथ जोड़कर शपथ ली और शाकाहारी जीवन जीने का संकल्प लिया। *प्रवचनों में शाकाहार और नैतिकता पर जोर* सत्संग में पंकज यादव महाराज ने कहा कि "शुद्ध आहार, शुद्ध विचार और सत्कर्म ही मनुष्य को सच्ची शांति और मोक्ष दिलाते हैं।" उन्होंने लोगों से मांसाहार और नशे को त्यागने की अपील की और समझाया कि शाकाहार न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह आत्मिक उन्नति का भी मार्ग है। *हाथ जोड़कर दिलाई शपथ* सत्संग के दौरान महाराज ने सभी श्रद्धालुओं को हाथ जोड़कर शपथ दिलवाई कि वे शाकाहारी जीवन अपनाएंगे,मांस और मदिरा से दूर रहेंगे और समाज में सद्भावना फैलाने का कार्य करेंगे। सभी भक्तों ने एक स्वर में संकल्प लिया और सत्संग स्थल भक्ति-भावना से भर गया। *भक्तों के घर-घर जाकर दिया आशीर्वाद* सत्संग के बाद पंकज महाराज सैकड़ों भक्तों एवं समर्थकों के घरों में गए और उन्हें आशीर्वाद दिया।उन्होंने लोगों से आत्मिक शुद्धि, सत्संग और सेवा-भाव का पालन करने का अनुरोध किया। महाराज के घर-घर जाने से ग्रामीणों में उत्साह देखने को मिला,और उन्होंने उनका स्वागत किया। *भक्तों में उल्लास, आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार* गांव के श्रृद्धालु महाराज के प्रवचनों से अत्यधिक प्रभावित हुए और उन्होंने कहा कि वे आगे भी इस मार्ग पर चलने का प्रयास करेंगे।भजन-कीर्तन और आध्यात्मिक संवाद के बीच सत्संग का समापन हुआ, लेकिन लोगों में जागरूकता और भक्ति का नया संचार हुआ।आने वाले दिनों में और सत्संग आयोजित होंगे। उन्होंने घोषणा की कि अन्य गांवों में भी इसी तरह के सत्संग किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग सदाचार,शाकाहार और नशामुक्ति का संकल्प लें।ग्राम मधवापुर में हुए इस सत्संग ने लोगों के जीवन में आध्यात्मिक जागरूकता और सकारात्मक बदलाव की प्रेरणा दी।