एक सौ बानबे घंटे बीत जाने के बाद भी नहीं हो सका राघवेंद्र हत्याकांड का खुलासा।

निष्पक्ष जन अवलोकन। अर्पित कुमार त्रिवेदी। एक सौ बानबे घंटे बीत जाने के बाद भी नहीं हो सका राघवेंद्र हत्याकांड का खुलासा। पुलिसिया कार्यवाही पर मृतक की पत्नी ने लगाए सवालिया निशान। पुलिस की अध्यात्मिक गुरू की ओर मोड़ी नई कहानी को पत्नी ने किया खारिज । कारागार राज्य मंत्री ने लिया स्वतः संज्ञान दिया न्याय का भरोसा सीतापुर ---- जिले के महोली के पत्रकार राघवेन्द्र हत्याकांड को एक सौ बानबे घंटा बीत चुके है लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई भी खुलासा नहीं किया है। लोगों की माने तो पुलिस जो ब्रीफिंग कर रही है उस ब्रीफिंग की पत्रकार राघवेन्द्र की पत्नी के द्वारा दिए बयान के बाद धज्जियां उड़ गई है। लोगों में इस बात को लेकर चर्चा है कि पुलिस की नई कहानी में झोल ही झोल नजर आ रही है लेकिन अगर पुलिस की नई कहानी सच निकलती है तो पत्रकारिता जगत और अध्यात्मिक समाज को हिलाकर रख देने वाला खुलासा होगा। ज्ञातब्य रहे कि जिले के महोली के पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेई की हाइवे पर स्थित ओवरब्रिज पर उस वक्त गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। जब वह आठ मार्च शनिवार को सीतापुर आ रहे थे।आठ मार्च को दिन के करीब एक बजे उन्हें गोलियों से भून दिया गया था और आज शनिवार पन्द्रह मार्च है यानि एक सौ बानबे घंटा बीत चुके हैं। लेकिन खुलासा नहीं हुआ है। हां इस बीच कभी धान घोटाला में हत्या किए जाने तो कभी एक महिला के साथ अवैध सम्बन्धों में की गई हत्या की कहानी जरूर सामने आई है। बीते दो दिन पूर्व तो उस वक्त पूरा जिला चौंक पड़ा जब पुलिस विभाग द्वारा दी गई ब्रीफिंग के बाद खबरें वायरल होना शुरू हुई कि इस मामले में एक अध्यात्मिक गुरू का हाथ है।यह ऐसा नया मोड़ सामने आया जो बेहद चौकाने वाला था। लेकिन इस ब्रीफिंग के ठीक दूसरे दिन पत्रकार राघवेन्द्र की पत्नी का बयान आया जिसमें उन्होंने कहा कि जिस अध्यात्मिक गुरू पर पुलिस लांछन लगा रही है। वह इसमें शामिल हो ही नहीं सकते है।उनको एक पण्डित ने बताया था कि तुम्हारा कालचक्र ठीक नहीं चल रहा है। इसलिए पूजा पाठ जरूरी है।वह प्रतिदिन जंगल के बीच स्थित कारे बाबा मंदिर को जाते थे। उसी को लेकर वह अन्य मंदिर भी जाते थे। उक्त अध्यात्मिक गुरू उन्हें सुबह घर भी छोड़ने आए थे।पूजा पाठ के चक्कर में ही वह लखीमपुर तथा मेढक मंदिर ओयल घटना के तीन दिन पूर्व से वह जा रहे थे।राघवेन्द्र की पत्नी ने यह भी कहा है कि इस हत्या कांड के पीछे बड़े लोगों का हाथ है।उनके इस बयान के बाद पुलिस ब्रीफिंग पर सवालिया निशान उठने लगे हैं कि आखिर सच्चाई क्या है।लोगों का कहना है कि अगर पुलिस सच बोल रही है। तो फिर राघवेन्द्र की पत्नी क्या कहना चाहती है और अगर वह सच बोल रही है तो पुलिस क्या कहना चाह रही है।अब सवाल यह उठता है कि आखिर सच कौन बोल रहा है।फिलहाल घटना का खुलासा होने पर ही सच्चाई सामने आएगी कि सच क्या है और झूठ क्या है ।फिलहाल सूत्र बताते हैं कि पुलिस इस सनसनी खेज हत्याकांड का खुलासा शीघ्र ही करने वाली है।अब देखना यह होगा कि इस खुलासा में क्या सामने आता है। पुलिसिया कार्यवाही से मृतक की पत्नी बड़ी आहत है ।उसने पुलिसिया कार्यवाही पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि पुलिस मामले को निस्तारण करने के बजाय प्रकरण को अन्य दिशा में मोड रही है। उसने यह भी कहा कि हम लोगों के मोबाइल पुलिस की निगरानी में हैं। हम आप बीती नहीं बयां कर पा रहे हैं। उसने न्याय की गुहार लगाई है।पुलिस ब्रीफिंग में आई इस नई कहानी की चर्चा कल होली के दिन सामूहिक मिलन समारोह के दौरान भी होती रही। लोग लगातार इसी को लेकर चर्चा करने में जुटे हुए थे।लोग तरह-तरह के सवाल उठाते हुए वायरल खबरों पर भी सवालिया निशान लगा रहे थे। लोगों में बस इसी बात को लेकर चर्चा थी कि मृतक पत्रकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। इस मामले को लेकर कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही ने कहा कि वह इस प्रकरण को बड़ी गंभीरता के साथ संज्ञान में ले रहे हैं। वार्ता के दौरान उन्होंने हर पहलू पर चर्चा करते हुए कहा कि खुलासा कतई गलत नहीं होने देंगे।इसको लेकर वह पुलिस अधीक्षक व पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों से खुद वार्ता करेंगे।योगी सरकार में किसी के भी साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।अपराधी कोई भी हो उसे बख्शा नहीं जाएगा और निर्दोष को सजा नहीं होगी।