रजिस्ट्री कार्यालय में हेराफेरी पर सख्त जांच हो, दोषियों पर हो कड़ी कार्रवाई: राजा अरिदमन सिंह
निष्पक्ष जन अवलोकन। कमलेंद्र सिंह (शिवम् सिकरवार) आगरा। वरिष्ठ भाजपा नेता और उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री राजा अरिदमन सिंह ने भदावर हाउस से जारी एक विज्ञप्ति में रजिस्ट्री कार्यालयों में हो रही हेराफेरी पर कड़ी जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर इस मामले में सख्त कार्रवाई कर रहे हैं, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। राजा अरिदमन सिंह ने कहा कि न सिर्फ सदर तहसील, बल्कि सभी तहसीलों में भ्रष्टाचार चरम पर है। उन्होंने अपनी आपबीती साझा करते हुए बताया कि बाह के प्रभारी सब-रजिस्ट्रार की मिलीभगत से उनके ही किराएदार ने पिनाहट में उनकी दुकान का फर्जी बैनामा अपनी पत्नी के नाम करवा लिया और फिर आगे दूसरे के नाम स्थानांतरित कर दिया। जबकि, इस दुकान का टैक्स वे स्वयं भरते हैं और उनके पास इसका मालिकाना हक भी है। पूर्व मंत्री ने बताया कि उन्होंने इस धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस कमिश्नर से की और अपने मालिकाना दस्तावेज प्रस्तुत किए। जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद पुलिस ने बबलू गुप्ता उर्फ दिनेश गुप्ता की पत्नी समेत तीन दोषियों को गंभीर धाराओं में जेल भेज दिया। उन्होंने पुलिस कमिश्नर की तत्परता और निष्पक्ष कार्रवाई के लिए आभार व्यक्त किया। राजा अरिदमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार जालसाजी और भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के पक्ष में है। इस दिशा में जिलाधिकारी भी पूरी गंभीरता से जांच कर रहे हैं, जिससे रजिस्ट्री कार्यालयों में हो रही गड़बड़ियों पर अंकुश लगेगा और दोषी जेल जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब वे स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन मंत्री थे, तब भी उन्होंने कई गड़बड़ियों को उजागर किया था। एक मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि आगरा के माल रोड पर डिफेंस की बिल्डिंग के पास बिना अनुमति के बाउंड्री बनाई जा रही थी और राधास्वामी मत का बोर्ड लगा था, जबकि सैन्य क्षेत्र में बिना छावनी परिषद के अनुमति कोई बैनामा संभव नहीं है। इस पर उन्होंने तत्कालीन केंद्रीय रक्षा मंत्री को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने बताया कि जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया, जिसमें एक व्यक्ति के नाम पर गलत तरीके से बैनामा किया गया था। दोषी पाए गए सब-रजिस्ट्रार और अन्य कर्मचारियों को तत्काल निलंबित किया गया था। उन्होंने कहा कि यह खेल वर्षों से चल रहा है, लेकिन अब संतोष की बात है कि जिलाधिकारी ने एआईजी और सदर तहसील के प्रभारी सब-रजिस्ट्रार की जांच कर शासन को रिपोर्ट भेज दी है। जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी, जिससे जालसाजों में भय पैदा होगा।