आरटीओ की खाऊ कमाऊ नीति के चलते नहीं लग पा रहा है ओवर लोड व ओवरहेड वाहनों पर अंकुश दुर्घटना की संभावना बढी
निष्पक्ष जन अवलोकन। प्रताप तिवारी। आरटीओ की खाऊ कमाऊ नीति के चलते नहीं लग पा रहा है ओवर लोड व ओवरहेड वाहनों पर अंकुश दुर्घटना की संभावना बढी हरगांव सीतापुर --- हाय रे पैसा, किसी की जान जाए तो जाए हमें तो सिर्फ पैसे से मतलब है। यह चरितार्थ कर रहे हैं जिले के जिम्मेदार जिनके रहमों करम पर जिले में ओवरलोड ओवर हेड ट्रक, ट्रालियों का आवागमन बद्दस्तूर जारी है।इन जिम्मेदारों की खाऊ कमाऊ नीति के तहत चल रहे गन्ना लदे ओवर लोड व ओवरहेड ट्रक, ट्रालियों के चलते आम जन मानस की जान हर समय खतरे में बनी रहती है।इन ओवरलोड वाहनों को देख कर आम जन पक्की राह को छोड़ कर कच्चे रास्ते पर भागने को मजबूर हो जाता है। पता नहीं कब किस समय यह ओवरलोड वाहन पलट कर अपने आगोश में ले ले।वर्तमान समय में चीनी मिलों का पेराई कार्य जोरों पर चल रहा है। जिस कारण गन्ना लदे ओवरलोड ओवर हेड ट्रक ट्रालियों का आवागमन धड़ल्ले से हो रहा है।अभी जिले के हरगांव थाना क्षेत्र अन्तर्गत अवध शुगर मिल को क्रय केन्द्र से गन्ना लेकर आ रहा ओवर लोड ओवर हेड ट्रक अचानक पलट गया ।ईश्वरीय कृपा से कोई जनहानि नहीं हुई। वैसे आम रास्ते पर ट्रक पलट जाने के बाद बड़े हादसे से भी इनकार नहीं किया जा सकता था।प्रशासन की लापरवाही से देखा देखी में छोटे छोटे ट्रॉलियों से गन्ना किसान भी ओवरलोड गन्ना लाने में संकोच नहीं करते हैं।इस सम्बन्ध में चीनी मिल के जिम्मेदारों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि किसी भी ट्रक मालिक से ओवर लोड गन्ना लाने के लिए नहीं कहा जाता है। वह सभी अधिक भाड़ा कमाने के लालच में ओवरलोड ओवरहेड गाडियां लेकर चलते हैं। इसमें चीनी मिल का कोई लेना देना नहीं है। मिल के जिम्मेदारों ने यह भी कहा कि ओवरलोड ट्रक धीरे-धीरे आता है। जिससे चीनी मिल को गन्ना पहुंचने में भी विलम्ब होता है। यदि यही वाहन निर्धारित क्षमता में गन्ना लेकर आए तो चीनी मिल जल्दी आ जायेंगे।गौरतलब है कि इतने बड़े पैमाने पर इन ओवर लोड ट्रकों से हादसे होते रहते हैं।इसके बावजूद सम्बन्धित विभाग आंख कान बन्द कर कुंम्भकरणीय नीद में सोया हुआ है।अभी हरगांव थाना क्षेत्र अन्तर्गत तुरतीपुर गांव के निकट एक गन्ने से भरा ओवर लोड ट्रक अचानक पलट गया। गनीमत रही कि किसी की जान माल पर नहीं आयी। क्षेत्र के जिम्मेदारों ने प्रशासन के जिम्मेदारों से तत्काल ओवर लोड वाहनों पर अंकुश लगाए जाने की मांग की है।