सरमस हिन्दू समाज का निर्माण करना ही विश्व हिन्दू परिषद का मूल्य उद्देश्य है/कार्य अध्यक्ष रामनाथ मौर्य

निष्पक्ष जन अवलोकन/फैसल सिद्दीकी/फतेहपुर बाराबंकी। समरस हिंदू समाज का निर्माण करना ही विश्व हिंदू परिषद का मूल कार्य है। भेदभाव मुक्त हिंदू सामाजिक समरसता का परिणाम है। उक्त बातें विश्व हिंदू परिषद द्वारा प्रखंड निंदूरा के टिकैतगंज स्थित राम जानकी मंदिर ठाकुर द्वारा में आयोजित सामाजिक समरसता कार्यक्रम में जिला कार्याध्यक्ष रामनाथ मौर्य ने कही। उन्होंने कहा कि हमारे वेदों में जाति या वर्ण के आधार पर किसी भेदभाव का उल्लेख नहीं है। जिससे उनमें कई विकृतियां आ गईं। इसके कारण आज भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई। वेदों में जाति के आधार पर नहीं बल्कि कर्म के आधार पर वर्ण व्यवस्था बतायी गयी है। विहिप जिला मंत्री राहुल ने कहा कि राष्ट्र को विश्वगुरु बनाने के लिए सामाजिक समरसता महत्वपूर्ण है। महाकुंभ के आलौकिक छटा को देखने के विश्वभर के हिंदू आतुर है। राष्ट्रीय एकता और आधारभूत निष्ठाओं को दृष्टि में रखते हुए। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। पुरातन भारतीय संस्कृति में कभी भी किसी के साथ किसी तरह का भेदभाव स्वीकार नहीं किया है।विहिप गौ रक्षा विभाग के प्रान्त उपाध्यक्ष वंदना ने कहा कि गौरक्षा गौपालन गौ सेवा हम सबका कर्तव्य है। गौ आधारित कृषि व गौ उत्पाद के उपयोग हेतु प्रेरित किया। इससे पहले ठंड से बचाव हेतु बुजुर्गों व महिलाओं को कंबल वितरित किए गए। इस अवसर पर रमाकांत वाजपेई उर्फ मुनवा काका,वंदना गुप्ता,बजरंग दल प्रखंड संयोजक मुकेश सिंह, पर महंस कुटी के बाबा सुरेश चंद्र,अनिल मिश्रा शिवशंकर,हरिश्चंद्र,लल्ला प्रजापति,राम स्वरूप चौहान उर्फ बाबू जी आदि मौजूद थे।