जनता त्रस्त और अधिकारी मस्त
निष्पक्ष जन अवलोकन। अनिल तिवारी। भदोही।.
मांडा प्रयागराज में धनतुलसी डेंगुरपुर पीपा पुल अधिकारियों की लापरवाही के कारण हर वर्ष तैयार होने में काफी विलंब होता है जब यहां पर काम करने वाले लोगों से बात करते हैं तो उनका बस एक ही जवाब होता है कि हमारे पास समान ही उपलब्ध नहीं है तो काम कैसे जल्दी हो। आपको बताते चले की जब बारिश के मौसम में अस्थाई पीपा पुल को खोल दिया जाता है तब इसकी देखरेख में लगे कर्मचारी नशे में धुत होकर कहीं भी पड़े रहते हैं और बाढ़ में पीपा इधर-उधर बह जाता है और कभी पानी में डूब भी जाता है जिसके कारण जब सर्दी नवरात्रि के बाद इसका कार्य प्रारंभ होने का समय आता है तब समान ही उपलब्ध नहीं होता है ।इस पीपा पुल को दशहरे के बाद काम चालू करके लगभग 20 दिन में इसको तैयार हो जाना चाहिए लास्ट अक्टूबर में इसको चालू हो जाना चाहिए लेकिन दिसंबर का महीना समाप्त होने वाला है और अभी तक जनता के लिए चालू नहीं हुआ ।आपको बताते चले इस पीपा पुल से भदोही और प्रयागराज मिर्जापुर को जोड़ने वाला सबसे सुलभ रास्ता है और यहां से लोग हजारों की संख्या में आवागमन करते हैं भदोही से लेकर मध्य प्रदेश तक को जाने के लिए यह रास्ता बहुत ही अच्छा माना जाता है लेकिन हर वर्ष यहां विभागीय लापरवाही के चलते जनता परेशान रहती है ।वैसे तो कोनिया क्षेत्र और मांडा की जनता हमेशा से यहां के जन प्रतिनिधियों से और सरकार से मांग करती चली आ रही है कि यहां पक्का पुल का निर्माण कराया जाए और चुनाव के समय भदोही और प्रयागराज के विधायक और सांसद यहां की जनता को आश्वासन देकर जाते हैं कि इस बार आपका पुनर्निर्माण हो ही जाएगा लेकिन चुनाव बीतने के बाद कोई भी जनप्रतिनिधि यहां का हाल-चाल लेने नहीं आता। इस चुनाव में कोनिया की जनता ने निर्णय किया की पुल नहीं तो वोट नहीं लेकिन बाद में तमाम बिचौलियों के माध्यम से कोनिया की जनता को एक बार फिर झुनझुना पकड़ा दिया गया और अब चुनाव जीत जाने के बाद कोई ना बिचौलिया और ना ही जनप्रतिनिधि उनसे हाल-चाल पूछ रहा है कि आपका पीपा पुल का क्या हुआ इस तरह से क्षेत्र का विकास हो रहा है।