पावर ईओ की और इस्तेमाल कर रहे पालिका अध्यक्ष
पावर ईओ की और इस्तेमाल कर रहे पालिका अध्यक्ष
निष्पक्ष जन अवलोकन
सतीश कुमार सिंह
महमूदाबाद-सीतापुर। नगर के मोहल्ला शहजानी अंतर्गत कुटीर उद्योग बंद कराए जाने को लेकर स्थानीय अधिकारियों से लेकर जिला अधिकारी तक को शिकायती पत्र दिए जाने के बावजूद अभी तक कुटीर उद्योग हट नहीं पाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मोहल्ला शहजानी में आरोप अनुसार गाटा संख्या 144 जो कि पीड़ित द्वारा नगर पालिका की भूमि बताई जा रही है उस पर एक कुटीर उद्योग 24 हॉर्स पावर के इंजन के साथ मेहंदी हसन पुत्र नन्हे द्वारा चलाया जा रहा है, जिससे पीड़ित नफीस अहमद पुत्र अनीस अहमद द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र पर ईओ नगर पालिका द्वारा पुलिस को पत्र लिखकर कुटीर उद्योग बंद कराए जाने को कहा था, जिस पर पुलिस द्वारा कुटीर उद्योग बंद भी करा दिया गया था, बताया जाता है कि कुटीर उद्योग लगभग 10 दिन तक बन्द रहा, तत्पश्चात स्थानीय नगर पालिका अध्यक्ष मोहम्मद अहमद द्वारा अधिशासी अधिकारी महमूदाबाद के आदेश को धता बताते हुए एक सूचना कुटीर उद्योग के मालिक को जारी की गई जिसमे कहा गया है कि मौके पर जांच पालिका व क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा सामूहिक रूप से की गई और पाया गया कि गाटा संख्या 144 आबादी है इसी गाटा के अंतर्गत कई और मकान स्थित है जिसके सामने लगी इंटरलॉकिंग के बाद आटा स्पेलर चक्की लगभग 20 साल से चल रही है जिससे दिव्यांग चक्की मालिक की आजीविका चलती है। अध्यक्ष द्वारा जारी की गई सूचना में अंकित किया गया है कि चक्की हटवाए जाने की कोई कार्यवाही विचाराधीन नहीं है और उन्होंने एक सूचना नामक पत्र मेहंदी हसन पुत्र नन्हे के नाम जारी करते हुए कहा कि वह अपना कुटीर उद्योग सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक ही चलाएंगे और इंजन में साइलेंसर लगाकर चलाएंगे जिससे तीव्र ध्वनि न हो।
अध्यक्ष के सूचना नामक पत्र को आदेश बताते हुए पीड़ित नफीस ने बताया कि क्या? अधिशाषी अधिकारी के अतिरिक्त स्वयं अध्यक्ष भी किसी को कोई भी सूचना पत्र लिखकर आदेश दे सकता है, उसका कहना यह भी है कि नगर पालिका के एक बाबू द्वारा हस्ताक्षर बनाकर एक अनापत्ति प्रमाण पत्र भी बैक डेट में कुटीर उद्योग के मालिक को जारी किया गया है जिसकी भी जांच की जाए और अध्यक्ष के सूचना पत्र को निरस्त कराए जाने की मांग भी उन्होंने समाचार पत्र के माध्यम से की है। इस मामले को लेकर ईओ शैलेंद्र दुबे ने बताया हमने कुछ दिन पूर्व जांच कर चक्की को बंद कराया था। अब चेयरमैन साहब ने चलाने की अनुमति दे दी है, तो अब हम कुछ नहीं कर सकते।