डॉक्टर मीना अग्रवाल (नेचुरोपैथी) हल्दी के फायदे
निष्पक्ष जन अवलोकन राजीव सिंघल मथुरा। हल्दी दो तरह की होती है ।एक बहुत सख्त दूसरी बहुत नरम होती है। नरम हल्दी की पंजीरी भी बनती है ।रात को सर्दियों में दूध में डालकर लेने से बहुत लाभ मिलता है ।सभी जानते होंगे हल्दी बहुत फायदेमंद औषधि है। किसी को भी दी जा सकती है। चाहे बच्चा हो जवानों या ज्यादा उम्र का व्यक्ति हो हल्दी कड़वी तीखी सुखी नरम सुखी शरीर के रंग को साफ करने में काम आती है । यह त्वचा के रोग मधुमेह खून के रोग सूजन कुष्ठ पर के कीड़े आदि रोगों में बहुत लाभकारी है । हड्डी के टूटने पर बहुत लाभकारी है एक प्याज को पीसकर एक चम्मच हल्दी मिलाकर कपड़े में बंधने इसे तिल के तेल में गर्म करके फिर इसे सिखाई करें पोटली बनाकर दर्द वाले स्थान पर रखें ।लेकिन प्लास्टर लगाकर हड्डी तो जल्दी जुड़ जाती है ।लेकिन जो हड्डी बार-बार टूटी हो उसमें जगह बनाने से पानी जमने सड़ने की संभावना रहती है। हल्दी में पूर्ण गुड जो 1 साल पुराना हो दो चम्मच देसी घी तीनों को एक कप पानी में उबालें जो पानी आधा कप रह जाए ठंडा करके पी ले । इस प्रयोग के 15 दिन से लेकर 6 महीने में काफी लाभ होगा ।दांत दर्द नमक और सरसों का तेल मिलाकर मंजन करें। हल्दी को आग पर पहले भूलने फिर बारीक पीस में फिर दांतों में जहां भी दर्द हो वहां मलदे दर्द ठीक होने लगेगा। गैस अगर पेट में गैस का दर्द हो पीसी हल्दी ग्राम 2 ग्राम, सेंधा नमक मिलाकर ले। गैस से भी अराम मिलेगा। घाव कीड़े पर पीसी हल्दी डालने से घाव के कीड़े मर जाते है ।कफ घबराहट आधा चम्मच हल्दी की पंक्ति गर्म दूध में पीने ले सर्दी जुकाम रेखा गिरता हो तो गर्म दूध के साथ हल्दी लेनी चाहिए । बहुत जल्दी आराम मिलेगा । कंठ माला गले की गांठ है । हल्दी की फंकी दिन में तीन बार लेने से हल्दी की गांठ पीसकर गले पर लगाए गांठ है। धीरे-धीरे छोटी हो जाएंगे चावल, दही, आलू, भिंडी, अरबी से परहेज करें ।खुजली शरीर के पीले रंग के जिसमें मवाद हो खुजली भी हो एक चम्मच हल्दी में एक कप गर्म दूध चौथाई चम्मच देसी घी स्वाद के लिए किशमिश डालकर सुबह शाम ले शरीर पर काले धब्बे की गाठ को पानी में पीस कर ले । शरीर का कहीं पर भी अनचाहे बाल हो हल्दी का लेप लगाए सूखने पर धीरे-धीरे मले है ।