जहां रामायण का पाठ होता है वहाँ का माहौल दिव्य हो जाता है

निष्पक्ष जन अवलोकन

जहां रामायण का पाठ होता है वहाँ का माहौल दिव्य हो जाता है

निष्पक्ष जन अवलोकन। प्रशांत जैन। बिल्सी(बदायूँ)। तहसील क्षेत्र के गांव गुधनी-खौंसारा स्थित बलदेव धाम पर मंगलवार को 24 घंटे चले रामचरित मानस अखंड पाठ का आज समापन हो गया। इस दौरान पाठ सुनने आए श्रद्धालुओं को जीवन में सत्कर्म से जुड़े कार्यो में प्रवृत्त करने की शिक्षा दी गई। मंदिर के मंहत आचार्य ललितेश्वरानन्द महाराज ने कहा कि अखंड रामायण का अर्थ यह है कि बिना रुके हुये सम्पूर्ण रामायण का पाठ करना, इसीलिए अगर सम्पूर्ण रामायण का पाठ कराया जाता है। रामायण का पाठ करने वाला मनुष्य जन्म-मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। जहां भी रामायण का पाठ होता है वहाँ का माहौल दिव्य हो जाता है और वहाँ पर सुखद वातावरण की अनुभूति होती है। रामचरित मानस जीवन में नैतिकता, धर्म और राष्ट्र के प्रति प्रेम करना सिखाता है। सुबह को हनुमान जी पर चोला चढ़ाकर श्रृंगार किया गया। बाद में भगवान राम एवं बालाजी महाराज की आरती कर सवामनी का भोग लगाया गया। उसके हाद प्रसाद का वितरण किया गया। यहां काफी भक्तों ने प्रसाद को ग्रहण किया। इधर नगर के मोहल्ला संख्या चार स्थित संकट मोचन दरबार एवं तहसील रोड स्थित शिव शक्ति ओम मंदिर पर भी बाबा के भक्तों ने चोला चढ़ाकर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान कराए। बाद में प्रसाद का वितरण किया गया।