गीता जयंती के मौके पर जनपद के प्रख्यात कवि ने लोगों के हृदय को दिया झकझोर।
निष्पक्ष जन अवलोकन। प्रताप तिवारी। गीता जयंती के मौके पर जनपद के प्रख्यात कवि ने लोगों के हृदय को दिया झकझोर। सीतापुर --- जिले की तहसील बिसवां क्षेत्र के रामा भारी गांव में जन्मे जिले के वरिष्ठ साहित्यकार साहित्य भूषण कमलेश मौर्य मृदु ने लखनऊ में आयोजित गीता जयंती समारोह में अपने सम्बोधन से उपस्थित लोगों के हृदय को झकझोर दिया। वक्तव्य का प्रारम्भ कर उन्होंने भगवतगीता की महिमा को रेखांकित करते हुए कहा कि "भक्ति का ज्ञान का कर्म का धर्म का मर्म सिखाती वो सार है गीता। जीवन में कर्तव्य का बोध कराने का क्रांति विचार है गीता।सज्जन शक्तियों का परित्राण व दुष्ट जनों का सँहार है गीता,गीता न केवल पुस्तक है 'मृदु', कृष्ण का ग्रंथावतार है गीता"। उन्होंने कहा कि आज समूचा देश व हमारी सनातन हिंदू संस्कृति संसार भर की दुष्ट दानवी शक्तियों के निशाने पर है और हमारा हिन्दू समाज जाति वर्ग वर्ण दल भाषा प्रान्तवाद के मोह व अहंकार से ग्रस्त अर्जुन की तरह किंकर्तव्यविमूढ़ है। ऐसे में गीता ज्ञान ही हमारे समाज को कर्तव्योन्मुख कर हमें बचा सकता है। उन्होंने भगवान कृष्ण के जीवन की विसंगतियों व संघर्ष मत परिस्थितियों की काव्यात्मक चर्चा करते हुए कहा,कि'विपरीत परिस्थितियों से परिपूरित जीवन पर कैसा विस्मय था। हे योगीराज कृष्ण फिर भी तू लीलामय था रसमय था। जूझते विषम परिस्थितियों में भी जिनका जीवन रस मय बीता।उनके ही जीवन के अनुभव का 'मृदु' निचोड़ है यह गीता।। मृदु ने श्रीकृष्ण जन्म भूमि की मुक्ति हेतु आह्वान करते हुए कहा, जिनके जन्मोत्सव पर झांकियां सजा करते हम वाह वाह।उनके पावन जन्मस्थल को अपवित्र कर रहा है ईदगाह।। वह ईदगाह अपमान कर रहा पूरी हिन्दू जाती का है। वह ईदगाह भारत के मस्तक पर कलंक का टीका है।। हे पार्थ उठाओ गांडीव हिन्दू जन फिर से होश करो।जन्मस्थल मुक्त कराने को फिर पांचजन्य उद्घोष करो।इसके अतिरिक्त अन्य विद्वान वक्ताओं ने भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़े मार्मिक प्रसंग प्रस्तुत करते हुए गीता उपदेशों की प्रासंगिकता को रेखांकित किया। संयोजक रमेश त्रिपाठी ने श्रीमद्भागवत गीता की महत्ता को उधृत करते हुए अतिथियों व श्रोताओं का स्वागत किया। इस अवसर उच्च न्यायालय के अधिवक्ता लल्ला सिंह मौर्य, समाज सेवी जे पी वर्मा, वरिष्ठ भाजपा नेता अवधेश प्रताप सिंह , दीपू चौहान सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।