उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने सीतापुर में मंडी परिषद और उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक
उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने सीतापुर में मंडी परिषद और उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक
निष्पक्ष जन अवलोकन
सतीश कुमार सिंह
निर्वाचित जनप्रतिनिधियों से नियमित संवाद बनाए रखें।
मंडियों में प्रवेश द्वार के पास एक स्वागत/विश्राम गृह के निर्माण के दिये निर्देश।
मंडियों में किसानों के लिए उचित बैठने और शीतल जल की व्यवस्था की जाए।
सीतापुर प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने गुरुवार को सीतापुर में मंडी परिषद और उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। बैठक में जनहित, किसान हित और राज्य हित को ध्यान में रखते हुए आवश्यक निर्देश जारी किए गए। अधिकारियों को यह निर्देश दिये कि जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए किसानों के हित में काम करें।
बैठक में उपस्थित मंडी सचिवों को निर्देश दिया गया कि वे अपने क्षेत्र के निर्वाचित विधायकों से नियमित संवाद बनाए रखें। यह भी निर्देश दिये कि मंडी परिषद द्वारा किए गए कार्यों में विधायकों की सहमति सुनिश्चित हो और उनके निर्देशन में ही कार्यों को अंजाम दिया जाए। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि मंडी परिषद द्वारा निर्मित सड़कों की मरम्मत और अन्य आवश्यक कार्य विधायकों की सहमति से शीघ्र कराए जाएं। निर्वाचित जनप्रतिनिधियों द्वारा मंडी परिषद की सेवाओं, सक्रियता, आचरण, और व्यवहार के प्रति संतोष का प्रमाण हर हालत में सुनिश्चित किया जाए।
उद्यान मंत्री ने सभी मंडियों में प्रवेश द्वार के पास एक स्वागत/विश्राम गृह के निर्माण के निर्देश दिए गए। यदि कोई भवन का हिस्सा इस उद्देश्य के लिए उपयुक्त हो तो उसे किसानों के स्वागत और सुविधा के लिए आरक्षित किया जाए। मंडियों में आने वाले किसानों के लिए उचित बैठने की व्यवस्था और शीतल जल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि किसान यह महसूस करें कि मंडी उनकी है। उन्होंने मंडियों में बने किसानों के उपयोग के चबूतरों पर अवैध अतिक्रमण को रोकने के निर्देश दिए गए। इन चबूतरों का उपयोग केवल किसानों के लिए सुरक्षित रखा जाए। साथ ही मंडियों में अस्थाई अवैध अतिक्रमण को तत्काल हटाने और मंडी के वातावरण को स्वच्छ एवं सुगम बनाए रखने पर जोर दिया। इसके साथ ही मंडियों में साफ-सफाई के लिए उस ठेकेदार को ही नियुक्त किया जाए, जिसके पास आवश्यक उपकरण और मैनपावर की सुविधा हो। इससे मंडियों का वातावरण स्वच्छ और स्वस्थ बना रहेगा।