कमिश्नर रीवा की अध्यक्षता में परीक्षा परिणाम सुधार की रणनीति आपरेशन निखार संवाद का हुआ आयोजन हमरा लक्ष्य हो शत प्रतिशत परीक्षा फल लाने काः-बीएस जामोद कोशिस करने वालो की कभी हार नही होती हैः- श्री जामोद

कमिश्नर रीवा की अध्यक्षता में परीक्षा परिणाम सुधार की रणनीति आपरेशन निखार संवाद का हुआ आयोजन  हमरा लक्ष्य हो शत प्रतिशत परीक्षा फल लाने काः-बीएस जामोद  कोशिस करने वालो की कभी हार नही होती हैः- श्री जामोद

सोनू वर्मा सिंगरौली/ 21 दिसम्बर 2024/ सुशासन संप्ताह अंतर्गत कक्षा 10वीं एवं 12वीं के ऐसे छात्र एवं छात्रा जो डी एवं ई ग्रेड में है उनके लिए निदानात्मक तथा उपचारात्मक कक्षाओं का संचालन किया जाना लोक शिक्षण संचालनालय से निदानात्मक कक्षाओं हेतु प्राप्त माड्यूल “विद्यार्थी अभ्यास पुस्तिका’ एवं कक्षा 10 वीं हेतु विषय विशेषज्ञों द्वारा निर्मित “वन लाइनर“ प्रश्नबैंक का उपयोग कर अभ्यास कार्य करवाया जाना है। इस दौरान विगत 3 वर्षों का प्रश्नपत्रों का अभ्यास करवाया जाना सुनिश्चित करे। उक्त आशय के निर्देश रीवा संभाग के कमिश्नर श्री बीएस जामोद के द्वारा जिला पंचायत सभागार में आयोजित ऑपरेशन निखार परीक्षा पर संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुयें दिये। संभागीय कमिश्नर ने निर्देश दियें कि कक्षा 10 वी एवं 12 वी के त्रैमासिक परीक्षा के मैरिट सूची अनुसार 10 छात्र एवं कक्षा 12 वी के संकायवार त्रैमासिक परीक्षा की मैरिट सूची अनुसार 10 छात्रों का चयन कर विशेष कक्षां का नियमित संचालन किय जाना है इसके साथ ही साप्ताहिक मूल्याकन सुनिश्चित किया जाये । उन्होंने कहा कि सभी जिलों में ऑपरेशन निखार अभियान चलाकर कक्षा दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को निदानात्मक मार्गदर्शन दें। जो विद्यार्थी डी एवं ई ग्रेड में हैं उनके लिए अतिरिक्त कक्षाएं संचालित कराएं।लोक शिक्षण संचालनालय से निदानात्मक कक्षाओं के लिए तैयार माड्यूल से कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों को अभ्यास कराएं। सभी विद्यार्थियों को गत तीन वर्षों के प्रश्नपत्रों का पूरा अभ्यास कराएं। सभी स्कूलों में निदानात्मक कक्षाएं लगाकर हर सप्ताह विद्यार्थियों का मूल्यांकन करें। उन्होंने निर्देश दिये कि कक्षा दसवीं और बारहवीं में त्रैमासिक परीक्षा में अधिकतम अंक प्राप्त करने वाले 10-10 विद्यार्थियों का चयन करके इन्हें बोर्ड परीक्षा की मेरिट सूची में स्थान बनाने के लिए प्रोत्साहित करें। हर सप्ताह संभाग और जिला स्तर के अधिकारी अपनी सुविधा के अनुसार स्कूल का चयन करके उसमें एक घंटे विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करे। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि जिला स्तरीय टीम द्वारा विद्यालयों की सतत मॉनिटरिंग करते हुये विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराये तथा लगातार अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों से गृह संपर्क स्थापित कर विद्यालय न आने के कारण को जाने। उन्होंने निर्देश दिये कि 3 महीने में शत प्रतिशत उपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत ककरने के साथ ही विद्यार्थियों में पढ़ने के प्रति रुचि जागृत करे। प्रतिदिन अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियो के अभिभावकों से मोबाइल संपर्क करने के साथ ही गत दिवस विद्यालय से अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों से कक्षा में न आने का कारण पूछे। इसके साथ ही कक्षा में विद्यार्थियों द्वारा प्रश्न का उत्तर सही देने पर शाबाश या वेरी गुड कहना न भूले ।कक्षा में आकर्षक वातावरण निर्मित करे तथा विद्यार्थियों को यह एहसास करायें कि एक दिन विद्यालय में अनुपस्थित रहने पर कितना नुकसान होता है। कमिश्नर ने संवाद कार्यक्रम में उपस्थित प्राचार्यों को संबोधित करते हुए निर्देश दिए कि अनुपस्थित प्राचार्यों की 1 वेतन वृद्धि रोकी जाए उन्होंने कहा कि स्थित चिंता जनक है अपने विद्यालय का आंकलन करें । उन्होंने कहा कि विद्यालयों अपनत्व के भाव से कार्य करने की आवश्यकता है । उन्होनें कहा कि विद्यालय में बच्चों की 100 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी अनुपस्थित बच्चों के पलकों से संपर्क कर बच्चों के अनुपस्थित का कारण जाने और उन्हें उपस्थित रहने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होने निर्देश दियें कि अध्ययन में कमजोर बच्चों से उनको हो रही समस्या का कारण जाने, रेमेडियल एवं अतिरिक्त कंक्षा के माध्यम से उन्हें मार्ग दर्शन दें। संभागीय कमिश्नर ने निर्देश दियें कि टॉपर विद्यार्थियों के संकाओं दूर करें, ताकि वह जिले एवं प्रदेश का नाम रोशन कर सके । थ्योरिटिकल जानकरी के साथ साथ प्रैक्टिकल ज्ञान दें, और रटन विद्या पर निर्भर न रहे उन्हें विषय का वास्तविक मतलब बताए। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही संस्था प्रमुख अपने कार्यों की समीक्षा करें। बच्चों की शिक्षा के साथ साथ उनके स्वस्थ एवं मध्यान भोजन भी उन्हें अच्छे से मिल यह भी सुनिश्चित करना भी आपकी जिम्मेदार है विद्यालय में संसाधन पूर्ण रूप हो यह सुनिश्चित करना भी आपकी जिम्मेदारी है। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रत्येक छात्रावास के लिए पलक अधिकारी द्वारा निरीक्षण करवाए एवं उपस्थित बच्चों के साथ भोजन करें बच्चों से चर्च कर उनकी समस्याएं जाने। अंत कमिश्नर श्री जामोद ने कहा कि प्राचार्यों के साथ साथ संस्था से जुड़े सभी व्यक्ति को पूरे मनोयोग से कार्य करने की आवश्यकता है , प्रतिभाओं को आगे बढ़ाए और इस अभियान को सफल बनाए । साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कोशिस करने वालो की कभी हार नही होती। संवाद कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह नागेश, अपर कलेक्टर पी.के सेन गुप्ता, जे.डी संतोष त्रिपाठी, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी अनुराग मोदी, जिला शिक्षा अधिकारी एस.बी सिंह, सहायक संचालक कविता त्रिपाठी, प्राचार्य डाईट रोहणी पाण्डेंय सहित विद्यालयो के प्राचार्य उपस्थित रहे।