ईंट पथाई को खोदे गड्ढे में डूबने से सगे भाई-बहन की मौत
निष्पक्ष जन अवलोकन।
अंकित तिवारी।
कानपुर देहात। रूरा थानाक्षेत्र के काशीपुर गांव स्थित एक भट्ठे में ईंट खुदाई के लिए खोदे गए गड्ढे में भरे पानी में सगे मासूम भाई-बहन डूब गए। जानकारी पर परिजन उन्हें गड्ढे से निकालकर सीएचसी ले गए। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। वहीं पुलिस के समझाने पर परिजन पोस्टमार्टम न कराने की जिद पर अड़ गए। जनपद महोबा के थाना महोकंठ गांव बेलाताल निवासी इलाही बख्श काशीपुर गांव में जितेंद्र सिंह के जय महाकाल बिक्र फील्ड में ईंट पथाई का कार्य परिवार सहित करते हैं। सोमवार की दोपहर जब वह अपने अन्य साथियों के साथ कच्ची ईंटे बना रहे थे। तभी इलाही बख्श का पुत्र रमजान (5) व पुत्री नाजिमी (8) पास में खुदे गहरे पानी भरे गड्ढे में गिर कर डूब गए। परिजनों ने जब देखा तो उनको आनन-फानन में दोनों को पानी से निकालकर सीएचसी रूरा ले गए। जहां डॉक्टर संध्या ने भाई-बहन को मृत घोषित कर दिया। जानकारी पर मां शबीरा खातून, पिता इलाही बख्श समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर जांच की। वहीं पुलिस के समझाने पर भी पोस्टमार्टम न कराने की जिद पर अड़े हुए है। थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह व चौकी प्रभारी राकेश सिंह मौके परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर पोस्टमार्टम कराने के लिए समझा रहे हैं, लेकिन परिजन पैतृक गांव से अन्य पारिवारिजनों के आने के बाद ही पोस्टमार्टम कराने की बात पर देर शाम तक अड़े रहे।
मजदूरों की बात नजरअंदाज कर खोदा गहरा गड्ढा
काशीपुर स्थित ईंट भट्ठे पर महोबा जनपद के बेलाताल गांव के लगभग 40 से 50 मजदूर परिवार सहित काम करते हैं। इन मजदूरों को राठ निवासी ठेकेदार अहमद आलम खां लगभग दो महीने पहले लेकर आया है। मृतक भाई-बहन के चाचा रफीक ने बताया कि ओवरफ्लो पानी निकलने के लिए पास में जेसीबी से गड्ढे खोदे गए गए थे। मजदूरों ने ज्यादा गहरे गड्ढे खोदने से मना किया गया था, लेकिन जेसीबी चालक ने भट्ठा मालिक का आदेश की बात कह कर बात को टाल दिया। उसी गड्ढे में सोमवार को दोनों मासूमों की डूब कर मौत हो गई।