हत्याभियुक्त पति को किया गया गिरफ्तार, पति ने पत्नी को ट्रेन के नीचे था ढकेला

हत्याभियुक्त पति को किया गया गिरफ्तार, पति ने पत्नी को ट्रेन के नीचे था ढकेला

निष्पक्ष जनअवलोकन 

बाराबंकी। थाना मसौली क्षेत्रान्तर्गत भयारा रेलवे क्रासिंग के पास एक अज्ञात महिला उम्र 25 वर्ष का शव मिलने पर पुलिस द्वारा पंचायतनामा की कार्यवाही कर शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया था। शव की शिनाख्त संगीता पुत्री नेक राम रावत निवासिनी दक्षिण टोला, बंकी थाना कोतवाली नगर जनपद बाराबंकी के रूप में हुई। मृतका के पिता की तहरीर के आधार पर पुलिस अधीक्षक बाराबंकी दिनेश कुमार सिंह द्वारा उक्त घटना से सम्बन्धित समस्त पहलुओं की जांच कर घटना का अनावरण एवं संलिप्त अभियुक्त की गिरफ्तारी करने हेतु अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी, चिरंजीव नाथ सिन्हा के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी रामनगर आलोक कुमार पाठक के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर आवश्यक निर्देश दिए गये। इसी क्रम में आज दिनांक 23.08.2024 को थाना मसौली पुलिस टीम द्वारा मैनुअल इंटेलीजेंस की मदद से घटना का सफल अनावरण करते हुए प्रकाश में आये हत्याभियुक्त/पति अजय कुमार रावत पुत्र चन्द्र शेखर निवासी बिछलका थाना रामनगर जनपद बाराबंकी को भयारा मोड़ के पास से गिरफ्तार किया गया एवं अभियुक्त की निशांदेही पर मृतका के वस्त्र, चप्पल, लाकेट बरामद किया गया।पूछताछ में ज्ञात हुआ कि मृतका संगीता उपरोक्त का विवाह करीब 2 वर्ष पूर्व अजय कुमार रावत उपरोक्त के साथ हुआ था। मृतका संगीता के मन्दबुद्धि होने एवं घर के कार्य सही ढंग से न करने को लेकर अभियुक्त/पति अजय, असन्तुष्ट रहता था तथा उससे पीछा छुड़ाने के फिराक में था। मृतका रक्षाबन्धन के पहले अपने मायके थाना कोतवाली नगर क्षेत्रान्तर्गत दक्षिण टोला, बंकी आई थी। दिनांक 20.8.2024 को मृतका का पति अजय कुमार रावत उसको विदा कराकर ले गया तथा समय करीब 8 बजे शाम थाना मसौली क्षेत्रान्तर्गत भयारा रेलवे क्रासिंग के पास आती हुई ट्रेन के सामने धक्का दे दिया, जिससे सर में चोट आने से उसकी मृत्यु हो गई थी। तत्पश्चात अजय कुमार उपरोक्त वहां से चला गया था तथा घटना को छिपाने के लिए अजय कुमार रावत उपरोक्त द्वारा अपनी ससुराल में बताया गया कि वह बाराबंकी से प्राइवेट चार पहिया वाहन से रामनगर जाने के लिए बैठा था, जिसमें पहले से चालक सहित दो लोग मौजूद थे, जिन्होंने उसे (अजय को) मसौली के पास गाड़ी से धक्का देकर नीचे उतार दिया था एवं संगीता को लेकर रामनगर की तरफ भाग गये थे तथा ससुरालीजन को गुमराह करने के लिए मृतका संगीता को उन्हीं लोगों के साथ खोजने में लगा रहा।