पिता के पग चिह्नों पर चलने वाले राम मनोरथ रावत को नहीं भुला पा रहा गरीब सर्बहारा समाज

पिता के पग चिह्नों पर चलने वाले राम मनोरथ रावत को नहीं भुला पा रहा गरीब सर्बहारा समाज

निष्पक्ष जनअवलोकन (संवाददाता) 

सिरौलीगौसपुर।भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई, चन्द्रशेखर, जगजीवन राम, राम बिलास पासवान मुलायम सिंह यादव, कांशीराम तथा मायावती लालू प्रसाद यादव,नीतिश कुमार अवधेश प्रसाद,आर के चौधरी पूर्व सांसद पी एलपुनिया,उनके बेटे सांसद तनुज पुनिया सहित एक सैकडा से अधिक देश प्रदेश के कोने कोने के उन बडी राजनीतिक हस्तियों में विश्वास कायम कर सर्बहारा समाज के लिए राजनीति अपने पिता के पग चिह्नों पर करने वाले स्वर्गीय राममनोरथ रावत के निधन पर शोक की लहर तीसरे दिन भी जारी रही। पंजाब,लोधियाना चंढीगढ दिल्ली तथा खासकर उत्तर प्रदेश के समाज सेवीयों ने स्वर्गीय राममनोरथ रावत को पुष्पांजलि अर्पित की। स्वर्गीय रामदुलारे रावत बप्पा जी के ज्येष्ठ पुत्र स्वर्गीय राम मनोरथ रावत 1976 में अपने कनिष्ठ भाई श्याम मनोरथ रावत रामू काका पत्रकार के साथ पढाई करने राजकीय इन्टर कालेज बाराबंकी पंहुच गये। उस समय की गरीबी की मार का दंक्ष न झेल पा रहे स्वर्गीय रामदुलारे रावत बप्पा जी उनके बेटे ने बाबू मुनेश्वर बक्श सिंह अवर अभियंता के सानिध्य में पंहुच कर वर्ष 1979/80 के लोकसभा चुनावों में स्वर्गीय रामदुलारे रावत बप्पा जी को लोकसभा का टिकट जनता पार्टी से दिलवाने में अहम भूमिका निभाई। पिता मास्टर थे लोक सभा चुनाव में शिकस्त के बाद बेसिक शिक्षा परिवार के अनुनय विनय के बावजूद पिता को दुबारा ज्वाइन नहीं करने दिया। मुंशीगंज छोटे बस स्टाप स्टेट बैंक के सामने छोटा सा होटल दोनों भाई चलाने लगे सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग में ठेकेदारी शुरुकर पूरा परिवार बाराबंकी के मुंशीगंज में रखकर पढाई कराने लगें 80 में ही स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा जी जो रामदुलारे रावत बप्पा जी के करीबी गांव के थे दलित पिछडे सर्बहारा समाज की लडाई संघर्ष और तेज हो गया। नवाबगंज विधायक कम्यूनिष्ट पार्टी नेता स्वर्गीय बाबू रामचन्द्र बक्श सिंह, कृष्ण चन्द्र कौशल आदि के सहयोग से 1981मे बप्पा जी को भारतीय दलित वर्ग संघ उत्तर प्रदेश रायल होटल 104 से मंत्री पद पर पूरे देश में काम करने का अवसर प्रदेश अध्यक्ष मोतीराम शास्त्री जी व जनरल सेक्रेटरी प्रेम चन्द्र आर्या जी ने सौपी। कानपुर के पन्नालाल सोनकर भी इसी दौरान बप्पा के करीबी थे। मोतीराम शास्त्री प्रेम चन्द आर्या पन्नालाल सोनकर आदि यह सभी स्वर्गीय बाबूजी जगजीवन राम जी के बहुत ही करीबी थे। आरक्षण के मुद्दे पर राम विलास पासवान ने भी बप्पा के साथ कडा संघर्ष कर वंचितों को हक हकूक दिलाने के लिये मंण्डल कमीशन रिपोर्ट लागू करवाई।स्वर्गीय राममनोरथ रावत का अधिकारी वर्ग बहुत सम्मान करता था। अधिकारी बड़े नेताओं से डायरेक्ट सम्बंध विश्वास आदि आदि बातें जानतें थे। कांग्रेस पार्टी की सरकारों के विरुद्ध भी बडे से बडे आंदोलन कर गरीब की बात सुनने को सरकार को मजबूर किया चाहे थाना सफदरगंज क्षेत्र के जियापुरवा के पृथ्वीपाल, जग प्रसाद इंकाउन्टर हो या जैदपुर थाने के बबुरा बांंध के घिरार्ऊ पासी का इंकाउन्टर रहा हो सभी मे कार्यवाही हुयी ।इस प्रकार जनपद के सैकड़ों गरीब सर्बहारा समाज को न्याय दिलाने में स्वर्गीय रामदुलारे रावत बप्पा जी का परिवार अग्रणी भूमिका में रहा आज पासी समाज जितना विश्वास इस परिवार पर रखता है वह अपने आप में मिशाल है।