पुलिस लाइन मनोरंजन कक्ष में व्यापार मण्डल, प्रबुद्ध नागरिक, ट्रांसपोर्ट एशोसिएशन की बैठक कर दी गई जानकारी-यह माकड्रिल है रूटीन अभ्यास

निष्पक जन अवलोकन। मनोज अग्रहरी। मीरजापुर। आपदा से निपटना सिर्फ प्रशासन ही नही बल्कि प्रत्येक नागरिक को होना है जागरूक-माॅकड्रिल अभ्यास से बढ़ेगी जागरूकता मीरजापुर 07 मई 2025- केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के द्वारा दिए गए निर्देशो के क्रम में किसी भी अपात स्थिति अथवा युद्ध के दौरान एयर स्ट्राइक/ब्लैक आउट के दौरान बचाव व आपात स्थिति से निपटने एवं आपदा प्रबंधन की तैयारी व समन्वय के उद्देश्य व नागरिको में जन जागरूकता के लिए जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने जनपद के व्यापार मण्डल, प्रबुद्ध नागरिको, ट्रांसपोर्ट एशोसिएशन व अन्य विविध संगठनो के पदाधिकारियों के साथ पुलिस लाइन मनोरंजन कक्ष में माकड्रिल अभ्यास एवं आम जन मानस के लिए आपात स्थिति में शासन द्वारा जारी एडवाइजरी के सम्बन्ध में जानकारी दी। इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया किसी एयर स्ट्राइक व आपदा के दौरान कैसे सुरक्षित रहे खतरो से बच सके के जन जागरूकता के लिए माकड्रिल अभ्यास किया जा रहा है। उसी क्रम में आज रात्रि 10 से 10ः15 बजे ब्लैक आउट माॅक अभ्यास भी आम जन मानस में ब्लैक आउट के दौरान क्या करे क्या न करे के सम्बन्ध में जागरूकता हेतु कोतवाली शहर के नगर क्षेत्र में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह केवल रूटीन अभ्यास है। उपस्थित लोगो को बताय गया कि ब्लैक आउट माॅक अभ्यास केवल कोतवाली शहर के नगर क्षेत्र में किया जाएगा। इस दौरान जन मानस को क्या करे की जानकारी दी जाएगी। जानकारी देते हुए बताया गया कि ब्लैकआउट माॅक अभ्यास में आम जनमानस क्या करे किसी भी इमारत के बाहर कोई रोशनी नहीं आनी चाहिए, अगर हो तो उसे ढक लें जैसे खिडकियों पर मोटे पर्दे डाल दें या अपारदर्शी कागज चिपका दें। इमारत या उसके किसी भी हिस्से के बाहर ऊपर की ओर कोई चमक नहीं होनी चाहिए। किसी भी इमारत के बाहर सजावट या विज्ञापन के लिए कोई डिजिटल रोशनी बोर्ड आन नहीं रहना चाहिए। विज्ञापन और डेकोरेशन की सभी लाइटें प्रतिबंधित रहेंगी। हाथ में किसी तरह की रौशनी हो तो उन्हें भी कागज में लपेटा जाना चाहिए। सभी स्ट्रीट लाइट्स, फैक्ट्रियों और वाहनों की लाइट बंद हो जायें। स्ट्रीट लाइट सिर्फ नीचे की ओर झुकी होनी चाहिए और उसकी रोशनी 25 वाट के बल्ब या हैरिकेन लालटेन जितनी सीमित होनी चाहिए। सभी इमारतों में पर्दे या अपारदर्शी मटेरियल से खिड़कियों को ढक लें। कोई भी लाइट बाहर या ऊपर की ओर चमकती नजर नहीं आनी चाहिए। वाहनों की लाइट कैसे करें ब्लैकआउट के लिए तैयार वाहनों की हेडलाइट्स पर ड्राय ब्राउन पेपर की एक परत नीचे और दो परतें ऊपर लगानी होंगी ताकि रोशनी नीचे की ओर सीमित रूप से निकले। दूसरे विकल्प में कार्डबोर्ड डिस्क का प्रयोग किया जा सकता है, जिसमें एक पतली क्षैतिज स्लिट होगी। हैंड टार्च को भी पेपर में लपेटना होगा। ब्लैकआउट माॅक अभ्यास में आम जनमानस क्या ना करें अफवाहों पर ध्यान ना दें- यह सिर्फ एक माॅक अभ्यास है, जोकि निर्धारित समय पर जिला प्रशासन के सहयोग से विभागीय हितधारकों एवं आम जनमानस के द्वारा की जायेगी। सायं एवं रात्रि में कूड़ा ना जलायें क्योंकि इससे प्रकाश बाहर काफी दूर तक दिखाई देता है। किसी भी प्रकार का खाद्यान्न, इंधन, दवा, पानी, नकदी आदि संग्रहित ना करें। भण्डारण कि कोई आवश्यकता नहीं है। जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ अन्य सभी सरकारी विभाग आपको बुनियादी सुविधायें उपलब्ध करायेंगे जिससे आपको कोई असुविधा ना हो। ब्लैक आउट क्या है? ब्लैक आउट का तात्पर्य एक निश्चित समय के लिये पुरे इलाके की रौशनी छिपाना है। इसका मुख्य उद्देश्य उक्त क्षेत्र को हवाई हमलों से बचाना है ब्लैक आउट से दुश्मन को निशाना साधने में मुश्किल होती है। उक्त माॅक अभ्यास के अतिरिक्त आम जनमानस के लिए शासन द्वारा दिशा निर्देशो का भी पालन किया जाए ताकि क वे सुरक्षित रहें और किसी भी आपात स्थिति से बच सकेंः शांत रहें और अफवाहों से बचेंः घबराएं नहींः घबराहट में गलत निर्णय लेने की संभावना बढ़ जाती है। आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें केवल सरकार और जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई आधिकारिक सूचनाओं पर ही विश्वास करें। सोशल मीडिया या अन्य अपुष्ट स्रोतों से आने वाली अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही उन्हें फैलाएं। समाचारों को ध्यान से सुनेंः रेडियो, टेलीविजन या आधिकारिक आनलाइन पोर्टलों के माध्यम से नवीनतम और सत्यापित जानकारी प्राप्त करते रहें। सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लेंः घर के अंदर रहेंः जब तक प्रशासन द्वारा बाहर निकलने के लिए न कहा जाए, अपने घरों के अंदर ही रहें। खिड़कियों और दरवाजों से दूर रहें। बंकर या सुरक्षित स्थानों की पहचान करेंः यदि आपके आस-पास कोई बंकर या मजबूत भूमिगत स्थान उपलब्ध है, तो आवश्यकता पड़ने पर वहां आश्रय लें। आंतरिक कमरे का उपयोग करेंः यदि बंकर उपलब्ध नहीं है, तो घर के अंदरूनी कमरे में रहें. जिसमें बाहरी दीवारों और खिड़कियों से कम संपर्क हो। फर्श पर बैठें और दीवारों से दूर रहें। बिजली और गैस के संबंध में सावधानीः बिजली के उपकरणों को बंद करेंः यदि बमबारी या अन्य खतरों की आशंका हो, तो बिजली के सभी उपकरणों को बंद कर दें। गैस कनेक्शन बंद करेंः यदि गैस का रिसाव महसूस हो या खतरे की आशंका हो, तो मुख्य गैस वाल्व को बंद कर दें। सुरक्षा और सतर्कताः संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देंरू यदि आपको कोई संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि दिखाई दे, तो तुरंत स्थानीय पुलिस या प्रशासन को सूचित करें। अपरिचित वस्तुओं से दूर रहें किसी भी लावारिस वस्तु को न छुएं। इसकी सूचना तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को दें। रात में रोशनी कम रखेंः यदि आपके क्षेत्र में ब्लैकआउट है, तो घरों में कम रोशनी का उपयोग करें ताकि बाहर से कम दिखाई दे। खिड़कियों पर पर्दे या मोटे कपड़े लगाएं। पड़ोसी और समुदाय का सहयोग करेंः अपने पड़ोसियों की मदद करेंरू खासकर बुजुर्गों, बच्चों और जरूरतमंद लोगों का ध्यान रखें और उनकी सहायता करें। सामुदायिक प्रयासों में भाग लेंः यदि आपके क्षेत्र में सुरक्षा या सहायता के लिए सामुदायिक प्रयास किए जा रहे हैं, तो उनमें सक्रिय रूप से भाग लें। यात्रा से बचेंः गैर-जरूरी यात्रा न करेंः जब तक बहुत आवश्यक न हो. यात्रा करने से बचें। सड़कों पर भीड़ और खतरे बढ़ सकते हैं। यदि यात्रा करनी पड़े तो सावधानी बरतेंः यदि यात्रा करना अपरिहार्य हो, तो अपने मार्ग की जानकारी रखें, सुरक्षित रास्तों का उपयोग करें और सतर्क रहें। बैठक में पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि यह केवल रूटीन अभ्यास है किसी भी अफवाह से बचे, सोशल मीडिया व्हाटसएप ग्रुप पर कड़ी निगरानी की जा रही है जिला प्रशासन/पुलिस प्रशासन के द्वारा जारी ही कोई/बाइट अधिकृत मानी जाए यदि कोई किसी भी ग्रुप पर अफवाह फैलाता है तो उसकी जानकारी कलेक्ट्रेट जिला मुख्यालय पर बनाए गए कंट्रोल रूम नम्बर-05442-256357 से पुष्टि करने के बाद ही विश्वास करें। बैइक में अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 शिव प्रताप शुक्ल, अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल ओम प्रकाश सिंह, क्षेत्राधिकारी शिखा भारती सहित नगर सम्भ्रांत नागरिक, व्यापार मण्डल, ट्रांसपोर्ट एशोसिएशन के पदाधिकारी उपस्थित रहें। नोटः- यह माक ड्रिल अभ्यास कार्यक्रम मात्र लोगो में जन जागरूकता लाना एवं रूटीन अभ्यास में आपदा प्रबंधन के विभिन्न घटको के बीच समन्वय की समीक्षा करना अथवा नियोजित अभ्यास है। इसके प्रति किसी को गम्भीर अथवा घबड़ाने की आवश्यकता नही हैं।