झोला छाप डॉक्टर के इलाज से मासूम की मौत

मौत की सूचना मिलने पर डॉक्टर साहब हुए रफूचक्कर

झोला छाप डॉक्टर के इलाज से मासूम की मौत

निष्पक्ष जन अवलोकन

 फैसल सिद्दीकी

बाराबंकी। मामूली तबियत खराब होने पर परिजनों नें मासूम को इलाज के लिए कराया था बच्चों के अस्पताल में भर्ती,वहीं परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने से मासूम की बिगड़ी हालत। हालत बिगड़ी परिजनों को दी सूचना तो डॉक्टर ने धक्के मार कल बाहर निकाला। देखते ही देखते मासूम का शरीर पड़ने लगा लाल औरमासूम मौत कई आगोश मे चला गया। मासूम की मौत के बाद डॉक्टर के दरवाजे पर रात भर रोते बिलखते रहे परिजन। परिजनों नें डॉक्टर के विरुद्ध थाने पर तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। दूसरी तरफ डॉक्टर पीजे सहगल के पुत्र डाक्टर सुमित सहगल का कहना है, कि बच्चे का ट्रीटमेंट मेरे द्वारा हुआ और मैं एमडी पीडियाट्रिकस हूं। डॉक्टर सुमित सहगल का कहना है,बच्चे की मौत,मेरे यहां ट्रीटमेंट से नही हुई। पुलिस ने सम्बन्धित धाराओं मे मुकदमा दर्ज कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पूरा मामला फतेहपुर के फूल गली मे डॉक्टर सहगल क्लीनिक का बताया जा रहा है।