रक्तदान करके किसी की जान बचाना ही मानवता का पहला धर्म है- दीपक राठौर
Lalitpur
निष्पक्ष जन अवलोकन।
अरविंद कुमार पटेल।
ललितपुर। जय अम्बे रक्तदान समिति ललितपुर (रजि.) की ओर से अनुज खरे (उत्तर प्रदेश पुलिस) ने किया 6 माह के बच्चे को 35वीं बार रक्तदान एवं दो जरूरतमंदों को तीन यूनिट ब्लड कार्ड के माध्यम से उपलब्ध कराया गया।। रक्तदान किए गए रक्तदान से कई लोगों की जिंदगी बचती है। रक्तदान का कितना महत्व है इसका अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई निकटतम व्यक्ति जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा हाेता है। रक्तदान कर हम जहां एक ओर किसी की जान बचाते हैं वहीं दूसरी ओर इससे जबर्दस्त आत्म संतुष्टि मिलती है। कई लोग रक्तदान को लेकर फैली भ्रांतियों के कारण रक्तदान करने से कतराते हैं जबकि इससे कोई हानि नहीं होती बल्कि कई प्रकार लाभ होते हैं। अत: हम सभी को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए। जिला चिकित्सालय में भर्ती 6 माह का बच्चा जो रक्त की कमी से जूझ रहा था जिसे डॉक्टर ने रक्त की कमी बताई। बच्चे के पिता का ब्लड ग्रुप बच्चे के ब्लड ग्रुप से नहीं मिला और बच्चे की मां का हीमोग्लोबिन कम होने के कारण डॉक्टर ने बच्चे की मां को ब्लड डोनेट करने से मना कर दिया। इस गंभीर स्थिति में बच्चे के पिता ने फोन के माध्यम से समिति के सदस्यों से संपर्क किया और बताया की मेरे 6 माह के बच्चे को ब्लड की आवश्यकता है। तो समिति के सदस्य ने बच्चे के लिए ब्लड उपलब्ध कराने के लिए एसपी आवास में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान अनुज खरे से संपर्क किया और संपर्क करने के कुछ ही समय में अनुज खरे ने अपने मित्र के साथ ब्लड बैंक पहुंचकर बच्चे को रक्तदान करके मानवता की मिसाल पेश की। एवं अभिषेक दीक्षित यातायात (पुलिस) की धर्मपत्नी को दो यूनिट ब्लड एवं श्रीमती आकांक्षा सोनी के पति को एक यूनिट ब्लड समिति की तरफ से कार्ड के माध्यम से उपलब्ध कराया गया। बच्चे के पिता ने रक्तदाता अनुज खरे और समस्त जय अम्बे रक्तदान समिति ललितपुर (रजि.) का आभार एवं साधुवाद व्यक्त किया। और कहा की आपने इंसानियत के नाते बहुत ही कम समय में मेरे बच्चे को ब्लड उपलब्ध कराकर हम पर बहुत बड़ा एहसान किया है जिसके हम सदा आपकी समिति के आभारी रहेंगे। इस मौके पर जय अम्बे रक्तदान समिति ललितपुर (रजि.) के अध्यक्ष दीपक राठौर, चन्दन सिंह अहिरवार, कन्हैयालाल रजक, बलराम राज और ब्लड बैंक से दीपेश राजा मौजूद रहे