दलदल बनी सड़क, ग्रामीणों को आती है बारिश के समय परेशानी,

1500 लोग रहते हैं। जहा पी डब्लू डी विभाग को जरा सी भी नहीं फ़िक्र

दलदल बनी सड़क, ग्रामीणों को आती है बारिश के समय  परेशानी,

दल दल से भरे रास्ते से निकलना दूभर, बच्चों को विद्यालय जाने में होती है समस्या। 

निष्पक्ष जन अवलोकन। 

अरविन्द कुमार पटेल। 

 ललितपुर। मड़ावरा क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पंचायत गुढ़ा मड़ावरा में करीब 1500 लोग रहते हैं। जहा पी डब्लू डी विभाग को जरा सी भी नहीं फ़िक्र डोगरा खुर्द से गुढ़ा मड़ावरा की सड़क बारिश का पानी भरने से पूरा रास्ता दलदल में तब्दील हो चुका है। बच्चों को स्कूल जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह सड़क मार्ग करीब एक किलोमीटर खराब है जो की पी डब्लू विभाग के अंतर्गत आता है। जहां भारत अपने कदम चांद पर रख चुका हैं उसी भारत में बच्चों को देश का भविष्य माना जाता है, देश को इतनी तरक्की करने के बाद भी बच्चो ब ग्रामवासी को दल दल भरे रास्ते से निकलकर ग्राम से बाहर पहुंचना पड़ता है। जो बच्चे देश का भविष्य कहलाते हैं पी डब्लू डी विभाग एवं जिम्मेदारो ने उनके लिए एक सड़क तक नहीं बनाई। मड़ावरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत गुढ़ा मड़ावरा जहां ग्राम पंचायत में लोगों की आबादी एक हज़ार पांच सौ' से अधिक है। जीवन इतना दुश्वार हो गया है कि बच्चो के अभिभावक अपने अपने बच्चों को गोदी मे उठाकर दल दल भरे कच्चे रास्ते से निकलकर विद्यालय पहुंचते हैं थोड़ी वर्षा होने पर कच्चा रस्ता दल दल में तब्दील हो जाता हैं बस्ती वाले कहना है कि अगर किसी के घर में कोई गंभीर बीमार या किसी महिला को प्रसव पीड़ा हो जाए तब यहां एम्बुलेंस तक नहीं पहुंच सकती हैं। तब वर्षा के मौसम में उसे चारपाई पर ले जाना पड़ता है। आखिर किसकी मनमानियों से इस ग्राम पंचायत में पक्की सड़क नही हो रही है, प्रशासनिक अधिकारी पी डब्लू डी विभाग और जिम्मेदारों की नजर अभी तक इस ग्राम पंचायत तक क्यों नहीं पहुंची। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुजान पटेल का कहना है - वरसात का मौसम होने के कारण ग्रामीणों सहित व्यापारियों - की समस्या और अधिक बढ़ जाती है क्योंकि थोड़े से ही पानी में पूरी सडक़ लबालब पानी से भर जाती है जो कई चार छे दिनों तक कीचड़ से सनी रहती है क्योंकि सडक़ से पानी की निकासी की भी समुचित व्यवस्था नहीं की गयी है। वरसात में स्कूली बच्चों की परेशानी अधिक बढ़ जाती है कई बार तो इसमें फिसलने की बजह से स्कूल जाने की बजह घर वापिस लौटना पड़ता है।