राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 35286 मुकदमें निस्तारित हुए

20.98 लाख रूपया जुमार्ना वसूल किये और मृतको व घायलों को 4.84 करोड़ रूपये का प्रतिकर एवार्ड पारित हुआ

राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 35286 मुकदमें निस्तारित हुए

निष्पक्ष जन अवलोकन मनोज अग्रहरि मिर्जापुर| राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, सर्वोच्च न्यायालय एवं उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशन पर जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनमोल पाल, पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना वाहन अधिकारण सत्य प्रकाश, अपर जनपद न्यायाधीश / नोडल अधिकारी (रा०लो०अ०) बलजोर सिंह एवं सभी न्यायिक अधिकारीगण संयुक्त रूप से दीवानी न्यायालय परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किये।  जनपद न्यायाधीश अनमोल पाल ने सभी न्यायिक अधिकारीगण एवं बैंक अधिकारीगण के साथ आवश्यक बैठक किए और राष्ट्रीय लोक अदालतें को सफल बनाने के लिए और ज्यादा से ज्यादा मुकदमों को निस्तारण करे एवं वादकारियों को अधिकाधिक सहुलियत प्रदान करने का निर्देश दिए। निस्तारित मुकदमों का विवरण जनपद न्यायाधीश अनमोल पाल ने कुल 01 आर्बिट्रेशन निष्पादन मामलें का निस्तारण किए और रू० 1. 29 लाख आर्बिट्रेशन अवार्ड पारित किए। पीठासीन अधिकारी मोटर अधिकरण सत्य प्रकाश ने 76 मोटर दुघर्टना प्रतिकर मामलों का निस्तारण किए और 4 करोड़ 83 लाख, 24 हजार रूपये प्रतिकर के रूप में मृतको एवं घायलों के परिजनों को दिलाये। स्थायी लोक अदालत चेयरमैन बृजेश नरायण मिश्र ने कुल 02 मुकदमों का निस्तारण किए। प्रथम अपर जनपद न्यायाधीश बलजोर सिंह ने 01 आर्बीट्रेशन, 01 मिसलिनियस एवं 04 विद्युत मुकदमों का निस्तारण किए और 2000 रूपया जुर्माना वसूल किए। अपर जिला जज/सचिव डीएलएसए विनय आर्या ने 585 बैंक ऋण प्री-लिटिगेशन के मामलों का निस्तारण सुलह-समझौते के आधार पर कराये और लगभग 9.83 करोड पर बकायेदारों से समझौता कराकर ऋणवसूली कराये।