हमारी संस्कृत भाषा महान है राम दयाल निर्विकार
निष्पक्ष जन अवलोकन
अजय रावत
सिरौलीगौसपुर बाराबंकी। पंडित राम दयाल निर्विकार ने कहा कि संस्कृति हमारी प्राचीन भाषा है तथा संस्कृत और हिन्दी की लिपि देवनागरी है।पन्डित रामदयाल निर्विकार ने कहा संस्कृति हमारी प्राचीन भाषा है तथा संस्कृत और हिन्दी दोनों की लिपि देवनागरी है तथा देवनागरी लिपि से समस्त भाषाओं का जन्म हुआ। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृत भाषा महान है।