चूहों से हो सकती है बड़ी बीमारी बच के रहना होगा डॉ सौरभ सक्सेना

चूहों से हो सकती है बड़ी बीमारी बच के रहना होगा डॉ सौरभ सक्सेना

निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविंद कुमार पटेल। ललितपुर। मुख्य सचिव महोदय, उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ के कार्यालय पत्र संख्या-1132/ पाँच-52024, चिकित्सा अनुभाग-5, लखनऊ, 17 सितम्बर एवं अपर कृषि निदेशक उत्तर प्रदेश कृषि भवन लखनऊ के संचारी रोग (तृतीय चरण 2024 मांह- अक्टूबर 24 सितम्बर 2024 के कम में दिये गये निर्देशों के अनुपालन में जनपद में 01 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक प्रस्तावित विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान चलाया जाना प्रस्तावित है। जिसके क्रम में जिला कृषि रक्षा अधिकारी ललितपुर की अध्यक्षता में एवं कार्यक्रम को सुचारु रुप से चलाने हेतु 30.सितम्बर को कृषि विभाग के उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी सभागार में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें चिकीत्सा विभाग से डॉ सौरभ सक्सेना, पी,डी,एस,, डॉ सुमित बघेल एस,एम,ओ, एवं अजब सिंह डी,एम,ओ,तथा कृषि विभाग से उप कृषि निदेशक महोदय नोडल अधिकारी जिला कृषि अधिकारी व जिला कृषि रक्षा अधिकारी (सह नोडल अधिकारी) के साथ कर्मचारी उपस्थित रहे। चिकीत्सा विभाग से डॉ सौरभ सक्सेना पी,डी,एस, द्वारा संचारी रोगों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये बताया कि चूहों से मनुष्यों में स्क्रब टाइफस बीमारी (जीवाणु रिक्टीसिया सुसुगामुशी), लेप्टोस्पायरोसिस बीमारी (लेप्टोस्पोरा जीनस) एवं प्लेग (यूरेसीनिया पैस्टिस) आदि प्रकार की बीमारिया होती है। ये बीमारियाँ चूहों पर पाये जाने वाले पिस्सू के काटने से फैलती है। चूहों के बिलों, घासो एवं झाँडियों में छिपने से बीमारीयां फैलती है जिनका प्रभावी नियंत्रण अति आवश्यक है। इसी क्रम में डॉ सुमित बघेल एस,एम,ओ, डब्ल्यू,एच,ओ,ने संचारी रोग की संवेदीकरण बैठकों में दी जानी वाली जानकारीयों के बारे में बताया उनके द्वारा अपने कार्य करने के तरिके एवं कृषकों को जागरुक करने के बारे में विस्तार से बताया तथा ग्रामों में मूल्यांकन करने से सम्बन्धित जानकारी दी गई। उप कृषि निदेशक महोदय (नोडल अधिकारी) द्वारा संचारी रोग की जानकारी देने के बाद समस्त कर्मचारीयों को कड़ी हीदायत देते हुये बताया इस अभियान का मूल्यांकन सीधे पोर्टल पर मुख्यमंत्री जी द्वारा किया जाता है इसलिये इस अभियान को गम्भीरता से लेकर कार्य दायित्व का निर्वहन करने हेतु निर्देशित किया गया। जिला कृषि रक्षा अधिकारी सोनू मंगल द्वारा बताया गया कि इस अभियान में कृषि विभाग के उत्तरदायित्वों में किसानों को आवासीय क्षेत्रों में अनावश्यक जल भराव न होने देने के साथ ही फसलों को नुकसान पहुँचानें वाले कृतकों (चूहों एवं छछूदरों) जो कि घरों में एवं खेतो पर झाँडियों में छिपे रहते है, फसलों को नुकसान पहुँचानें वाले कृतको में मुख्य रूप से चूहों का नियंत्रण किया जाता है। चूहों के द्वारा फसलों को लगभग 6-7 प्रतिशत तक नुकसान होता है। कार्यक्रम का संचालन जयन्ती लाल मलगांया, एड,डी,ओ,पी,पी,महरौनी द्वारा किया गया। /