इमाम हुसैन की याद में लगा लंगर,श्रद्धालुओं को बांटी गई दाल रोटी

इमाम हुसैन की याद में लगा लंगर,श्रद्धालुओं को बांटी गई दाल रोटी

निष्पक्ष जनअवलोकन 

बाराबंकी,मंगलवार 9 मोहर्रम को शहर से लगभग 7 किलोमीटर दूर मौथरी गांव में लंगरे हुसैन का आयोजन किया गया जो सुबह से शाम तक चलता रहा कार्यक्रम आयोजक मोहम्मद फाजिल पप्पू पूर्व मुतवल्ली वक्फ हाशमी बेगम ने बताया कि आज से लगभग 14 सौ वर्ष पूर्व इंसानियत के पैरोकार मोहम्मद साहब के नवासे हज़रत अली के पुत्र इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम को उनके बहत्तर साथियों सहित इराक के करबला नामक स्थान पर ज़ालिम अत्याचारी यजीद नामक शासक ने तीन दिन का भूखा प्यासा शहीद कर दिया था जिसकी याद में विगत कई वर्षों से मौथरी गांव में इस लंगर का आयोजन किया जा रहा है श्री फाजिल ने बताया कि गांव में जितनी चौक पर ताजिया रखे जाते हैं उनकी सुविधाओं का ध्यान रखते हुए प्रत्येक वर्ष मोहर्रम के अवसर पर जनरेटर के माध्यम से उजाले का भी प्रबंध किया जाता है तथा श्रद्धालुओं के लिए चाय पानी आदि की भी व्यवस्था की जाती है लंगर का प्रसाद लेने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ नज़र आई l