जांच में टेंडर से लेकर सब कुछ मिला फर्जी कारण बताओं नोटिस हुआ जारी
जांच में टेंडर से लेकर सब कुछ मिला फर्जी कारण बताओं नोटिस हुआ जारी
निष्पक्ष जन अवलोकन
सतीश कुमार सिंह
परसेंटेज के खेल में सरकार की हो रही छवि धूमिल क्या जिम्मेदार जानबूझकर सरकार को बदनाम करने का कर रहे कार्य
जांच में कौन कौन दोषी क्या होगी कार्रवाई या हरे नोटों के आगे कलम रहेगी बंद
सकरन/ सीतापुर विकास खंड सकरन सांडा में टेंडर प्रक्रिया से लेकर हवा में बनी फॉर्म सभी कुछ मिला जांच के दायरे में फर्जी आई एस बी विजय कुमार श्रीवास्तव ने अपनी जांच में ग्राम पंचायत ओडाझार में पंचायत भवन निर्माण हेतु निविदा का प्रकाशन दिनांक 01/04/2023 को विसवां टाइम्स हिंदी दैनिक के अखबार की प्रति पत्रावली में उपलब्ध है बिना टेंडर प्रक्रिया बिल संख्या 08 दिनांक 16/0/2023 मोरंग 20 घन मीटर दर 3114.09 रू प्रति घन मीटर 62281 रूपए का बिल संलग्न पाया गया जबकि कार्य क्षेत्र सप्लाई ऑर्डर दिनांक 12/04/2023 को जारी किया गया है टेंडर प्रक्रिया से पूर्व भी मौरंग की सप्लाई किया जाना संपूर्ण टेंडर प्रक्रिया पर आई एस बी विजय कुमार श्रीवास्तव ने संबंधित ग्राम सचिव सुभाष कुमार दीक्षित ग्राम विकास अधिकारी को पत्र संख्या 893 दिनांक 17/08/2024 को पत्र जारी कर निर्देशित किया गया है कि प्रकरण के संबंध में अपना स्पष्टीकरण तीन दिवस में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें हर एक कार्य में ओडाझार ग्राम पंचायत में इंटरलॉकिंग आरसीसी जांच में मानक विहीन मिली थी जिसको दोबारा बनाने के आदेश दिए गए थे लगातार बार-बार हो रहे भ्रष्टाचार पर कार्रवाई आखिर क्यों नहीं हो पाती क्या विकास खंड में बैठे ग्राम पंचायत अधिकारी विकासखंड अधिकारी व बड़े बाबू जेई सुभाष वर्मा के संरक्षण में हो रहा भ्रष्टाचार इसलिए नहीं हो पा रही कार्रवाई जनता दबी जुबा आपस में बात करते हुए दिखाई दे रही है कि इसी भ्रष्टाचार के चलते बीजेपी 2024 के चुनाव में शिकस्त देखनी पड़ी है अगर यही हाल रहा भ्रष्टाचार में लिफ्ट सभी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होती है तो 2027 के चुनाव में भारी हार के अंतर से हारना पड़ेगा क्योंकि विकासखंड में हर एक कार्य में फैला भ्रष्टाचार गरीबों को नहीं मिला इंसाफ जमीन पर नहीं किए जाते हैं कार्य फर्जी बिल फर्जी फॉर्म लगाकर वह फर्जी टेंडर प्रक्रिया के सहारे ग्राम पंचायत अधिकारी ने ग्राम पंचायत पर कर रखा है कब्जा लगातार हो रहे भ्रष्टाचार से क्षेत्र की जनता में हर तरफ चर्चा का विषय अब देखना यह है कि भ्रष्टाचार में लिफ्ट अधिकारियों पर उच्च अधिकारी करते हैं कार्रवाई या फिर यूं ही ठंडा बस्ती में सभी जांच की बात डाल दिया जाएगा या फिर शिकायतकर्ताओं को हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा यह आने वाला समय बताएगा।