महात्मा गांधी की जयंती पर जिले की 7 टीबी मुक्त पंचायतें को किया सम्मानित।

महात्मा गांधी की जयंती पर जिले की 7 टीबी मुक्त पंचायतें को किया सम्मानित।

निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। कलेक्ट्रेट सभागार में महात्मा गांधी की जयंती पर राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के योजनांतर्गत जिले की चयनित 7 ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया गया। इस दौरान श्रम एवम सेवायोजन राज्यमंत्री सदर विधायक ने संयुक्त रूप से चयनित ग्राम पंचायत के प्रधानों को कांस्य रंग की मूर्ति एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर श्रम एवम सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2025 तक देश को टीबी (क्षय) रोग से मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इसके तहत ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया जा रहा है। सदर विधायक रामरतन कुशवाहा ने कहा कि टीबी की बीमारी जिसे क्षय रोग भी कहते हैं, जिसे सामुदायिक भागीदारी बढ़ाकर समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने ग्राम प्रधानों व धर्म गुरुओं से आगे आने की अपील की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इम्तियाज अहमद ने कहा कि टीबी की बीमारी का इलाज है। शुरुआत में ही लक्षणों की पहचान होने पर इलाज आसान हो जाता है। लगातार छह महीने तक दवा लेने पर बीमारी ठीक हो जाती है। पिछले वर्ष विश्व क्षय रोग दिवस पर टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान की शुरुआत की गई थी। इस अभियान के अंतर्गत जिले की ग्राम पंचायतों को चिह्नित किया गया था। इसके उपरांत गठित समिति द्वारा भौतिक सत्यापन किया गया। जिन ग्राम पंचायतों में एक भी टीबी मरीज नहीं है, ऐसी ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत घोषित कर ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया जा रहा है। इससे ग्राम पंचायतों में जन जागरुकता बढ़ाने के साथ टीबी उन्मूलन के लिए स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा की भावना उत्पन्न होगी। जिला क्षय रोग अधिकारी डा आर एन सोनी ने बताया कि जिले की 15 ग्राम पंचायतों ने टीबी मुक्त होने का दावा प्रस्तुत किया था, इन चिह्नित ग्राम पंचायतों को तय मानकों की कसौटी पर परखा गया। इसके उपरांत जिले की 7 ग्राम पंचायत टीबी मक्त घोषित की गई,जिन्हे कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। उप जिला क्षय रोग अधिकारी डा. सौरभ सक्सेना ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यक्रम चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं लखनऊ के निदेशक ने सीएमओ एवं जिला क्षय रोग अधिकारी को पत्र लिखकर टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधानों को महात्मा गांधी की जयंती पर कांस्य रंग की मूर्ति एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किए जाने के निर्देश दिए थे। इस क्रम में जिले की 7 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त किया गया है। इसी वर्ष जिले की अन्य ग्राम पंचायतों को भी टीबी मुक्त बनाने का प्रयास किया जाएगा। इस मौके पर अपर जिला अधिकारी अंकुर श्रीवास्तव, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष के प्रतिनिधि मुन्नालाल जैन आदि मौजूद रहे। इन ग्राम पंचायतो के प्रधान हुए सम्मानित जिले के विकासखंड महरौनी में ग्राम पंचायत कुरैरा, विकासखंड तालबेहट की ग्राम पंचायत पिपरई, उदगुवां, कंधारीखुर्द, विकासखंड बिरधा की ग्राम पंचायत धोवनखेड़ी, विकासखंड मड़ावरा की ग्राम पंचायत गोराकछया व छपरौनी शामिल हैं, जिन्हे सम्मानित किया गया। यह है मानक टीबी मुक्त ग्राम पंचायत का अभिप्राय है कि प्रति 1000 की जनसंख्या पर कोई टीबी रोगी न हो तथा यहां प्रति 1000 की जनसंख्या पर कम से कम 30 संभावित टीबी रोगियों की बलगम की जांच प्रति वर्ष कर ली जाए, साथ ही निक्षय मित्र द्वारा उसे गोद ले लिया जाए तथा पूर्व में उपचारित 85 प्रतिशत से अधिक टीबी रोगी सफलतापूर्वक ठीक हो जाए।