नाथनगर विकासखंड में महिला शिक्षा का अलख जगाने वाली प्रधान अध्यापिका को मरणोपरांत किया गया सम्मानित
मृत्यु के दस वर्ष बाद स्काउट गाइड संस्था द्वारा परिजनों को किया गया सम्मानित
निष्पक्ष जन अवलोकन
विजय कुमार सैनी
संत कबीर नगर। उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले के नाथ नगर विकासखंड में महिला शिक्षा का अलख जगाने वाली प्रधान अध्यापिका श्रीमती रामरती देवी का उनके मृत्यु के 10 वर्ष बाद स्काउट गाइड संस्था द्वारा परिजनों को प्रशस्ति पत्र एवं अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि 70 के दशक में नाथनगर विकासखंड में स्थित कन्या प्राथमिक पाठशाला नाथनगर में इंचार्ज प्रधानाध्यापिका के रूप में शिक्षण का कार्य शुरू करने वाली श्रीमती रामरती देवी पत्नी सूर्य नारायण मिश्रा मूलत गोरखपुर जनपद के बेलघाट थाना क्षेत्र के नरायणपुर गांव निवासी थीं, जो 1971 में प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के रूप में नाथनगर स्थित कन्या प्राथमिक पाठशाला से अपने कैरियर की शुरुआत की। उस समय गिने चुने परिवार की लड़कियां ही शिक्षा प्राप्त करने हेतु विद्यालय प्रवेश लेती थी। ऐसे कठिन परिस्थिति में अभिभावको से मिलकर उनकी बच्चियों को विद्यालय में प्रवेश दिलाना आसान काम नहीं था लेकिन इनका मेहनत रंग लाया और कस्बे की तमाम लड़कियों को उनके अभिभावकों ने इनके मिलनसार व्यक्तित्व को देखते हुए विद्यालय में प्रवेश दिलाया। धीरे-धीरे इनकी ख्यात बढ़ती गई और दूर दराज के गांव जैसे तिनहरी, अलीनगर, जसोवर लखनापार जैसे गांव की लड़कियां धीरे-धीरे विद्यालय में प्रवेश लेने लगी। उसके पश्चात इनका प्रमोशन कन्या जूनियर विद्यालय हरिहरपुर में सहायक अध्यापिका के रूप में हुआ। उनके कुशल व्यक्तित्व का देन रहा कि धीरे-धीरे इनके साथ ग्रामीण क्षेत्र की दर्जनों लड़कियों हरिहरपुर विद्यालय में पढ़ने जाने लगी। इनके जुझारू व्यक्तित्व के कारण ही नाथनगर विकासखंड में महिला शिक्षा का ऐसा अलख जगा की आज लगभग सभी घर की लड़कियां नजदीकी विद्यालयों में पढ़ाई कर रही हैं। काफी समय तक हरिहरपुर में सेवा देने के पश्चात इनका प्रमोशन छितही जैसे अल्पसंख्यक बाहुल्य विद्यालय का कार्य भार संभालने का मौका मिला जहां पर पुरुष अध्यापक भी जाने से कतराते थे वहां पर भी ईमानदारी से मेहनत करते हुए अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया। इसका नतीजा यह रहा कि छितही का विद्यालय भी अपने कामयाबी का परचम लहराने लगा। शिक्षा के साथ-साथ बहुमुखी प्रतिभा की धनी इस शिक्षिका ने सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद, स्काउट एवं गाइड के प्रति भी छात्राओ को जागरूक किया तथा उनके विद्यालयों ने मंडल स्तर तक अपने विद्यालय का नाम रोशन किया। अपने जुझारू व्यक्तित्व के कारण घर पर भी बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने का कार्य करती रही। जिसका नतीजा यह रहता था कि शाम के समय मोहल्ले के दर्जनों बच्चे घंटो इनके पास बैठकर शिक्षा प्राप्त करते थे। अपने कर्तव्य निष्ठा एवं जुझारूपन के कारण स्काउट गाइड जैसी संस्था की आजीवन सदस्य रही। इसी क्रम में भारत स्काउट गाइड संस्था ने आज मंगलवार को हीरालाल रामनिवास इंटर कॉलेज परिसर में उनके परिजन बड़े पुत्र अरुण मिश्रा, छोटे पुत्र आशुतोष मिश्रा, पुत्री रोहिणी पांडे एवं पद्मिनी मिश्रा को जिला विद्यालय निरीक्षक संत कबीर नगर ,बेसिक शिक्षा अधिकारी संत कबीर नगर, व जिला स्काउट गाइड कमिश्नर रवि प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वित्त विहीन माध्यमिक शिक्षक संघ के नेता संजय द्विवेदी, निशा यादव, रमेश यादव, त्रियुगी नारायण पांडे सहित दर्जनों की संख्या में प्रधानाध्यापक/प्रधानाध्यापिका आदि उपस्थित रहे।