डायग्नोस्टिक सेंटर लिंग-परीक्षण की प्रवृत्ति को हतोत्साहित करें : ACMO डॉक्टर वी के चौधरी

डायग्नोस्टिक सेंटर लिंग-परीक्षण की प्रवृत्ति को हतोत्साहित करें : ACMO डॉक्टर वी के चौधरी
निष्पक्ष जन अवलोकन रितेश कुमार गुप्ता मिर्ज़ापुर

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एवं पीसीपीएनडीटी के प्रभारी डॉ वी के चौधरी ने डायग्नोस्टिक सेंटरों के संचालकों से कहा कि वे लिंग परीक्षण के किसी भी प्रयास को सफल न होने दें और आधुनिक टेक्नोलॉजी का प्रयोग सिर्फ आमजन के बेहतर स्वास्थ्य के लिए ही करें।
    यह बात डॉक्टर चौधरी ने शुक्रवार को अल्ट्रासाउंड मशीनों के पंजीकरण एवं नवीनीकरण के लिए आहूत पीसीपीएनडीटी की सलाहकार समिति की बैठक में कहीं। बैठक में गैरसरकारी सदस्य सलिल पाण्डेय, शासकीय अधिवक्ता (सिविल) अनिल कुमार सिंह एवं संध्या वर्मा ने मांग की कि समिति के सदस्यों की सहमति से जब डायग्नोस्टिक सेंटरों को अल्ट्रासाउंड मशीन लगाने की अनुमति दी जाती है तो इन सेंटरों के बेहतर सन्चालन के बारे में भी समय-समय पर राय ली जानी चाहिए एवं तद्नुसार कार्रवाई करनी चाहिए।
    बैठक में अपर सीएमओ डॉक्टर चौधरी ने कहा कि आमजनता की ओर से आने वाले सुझावों का वे स्वागत करेंगे। जिले के कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों को चुस्त दुरुस्त किया जाना चाहिए ताकि वे बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए लोगों को जागरूक कर सकें, के सुझाव पर डॉक्टर चौधरी ने कहा कि इसे अमल में लाया जाएगा।
   बैठक में रामकृष्ण अस्पताल, ओझला एवं जीवन सुरक्षा हॉस्पिटल, बल्ली का अड्डा में अल्ट्रासाउंड सन्चालन के डॉक्टर बदलने की मांग को अनुमति दी गई तथा सतीश डायग्नोस्टिक सेंटर, रामबाग के नवीनीकरण, रुद्र डायग्नोस्टिक सेंटर, रमईपट्टी एवं ग्लैक्सी डायग्नोस्टिक सेंटर, दीपनगर के नवीन पंजीकरण पर गहन विचार विमर्श के बाद स्वीकृति प्रदान की गई।
   बैठक में बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एल एस सिंह, दिलीप कुमार एवं सुप्रिया मिश्र उपस्थित थीं।
यह पहला अवसर था जब समिति की बैठक में सदस्यों के सुझावों को अत्यंत ध्यान से सुना गया एवं बैठक को अत्यंत सुरुचिपूर्ण ढंग से आयोजित किया गया ।
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◆सलिल पाण्डेय, मिर्जापुर।