अपने वो होते है जो जरूरत पड़ने पर जीवन रूपी रक्तदान करें- दीपक राठौर

अपने वो होते है जो जरूरत पड़ने पर जीवन रूपी रक्तदान करें- दीपक राठौर

निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। जिला चिकित्सालय में भर्ती 14 वर्षीय बच्ची सिद्धि साहू निवासी ग्राम पनारी को जगजीवन राम ने 21वीं बार, फारूक अमजद ने चौथी बार दयाराम रजक को और पंडित राघवेंद्र नायक थनवारा ने अपनी बिटिया कुमारी लक्ष्मी नायक के 8वें जन्मदिवस पर किया पहली बार रक्तदान।जिला चिकित्सालय में भर्ती 60 वर्षीय दयाराम रजक निवासी ग्राम बिल्ला बानपुर का पुत्र चार दिन से ब्लड के लिए परेशान हो रहे थे मरीज दयाराम के पुत्र ने अपने सभी परिचितों नाते रिश्तेदारों से ब्लड के सहयोग के लिए संपर्क किया सभी ने आश्वासन तो दिया मगर किसी ने ब्लड का सहयोग नहीं किया ब्लॉक बार के सुशील कुमार ने मरीज दयाराम के पुत्र को बताया कि आप इस कठिन परिस्थिति मे जय अम्बे रक्तदान समिति ललितपुर से संपर्क करें आपको निश्चित ब्लड का सहयोग मिल जाएगा मरीज दयाराम के पुत्र ने समिति के सदस्यों से संपर्क किया और अपनी व्यथा सुनाई और बताया कि मैं एक माह पहले झांसी में जरूरतमंद को रक्तदान चुका हूं इसलिए मैं अपने पिता को ब्लड देने मे असमर्थ हूं समिति के सदस्यों ने दयाराम के पुत्र से कहा कि आप रक्त देने में असमर्थ हैं तो अपने परिचितों एवं नाते रिश्तेदार से संपर्क करें वह आपके पिताजी को रक्तदान कर सकते हैं उन्होंने बताया कि मैंने सभी परिचितों और रिश्तेदारों से संपर्क किया आश्वासन सभी दे रहे हैं मगर सहयोग कोई नहीं कर रहा है मैं 4 दिन से भटक रहा हूं आप ही हमारी मदद कर सकते है समिति के सदस्यों ने रक्तदाता समाजसेवी फारूक अमजद से संपर्क किया रक्तदाता फारूक अमजद ने ब्लड बैंक पहुंचकर चौथी बार दयाराम रजक को जीवन रूपी रक्तदान किया तीनों रक्तदाताओं ने कहा कि रक्तदान करने से हमारे शरीर में नया खून बनता है और अनेकों गंभीर बीमारियों से भी बचाव होता है नियमित रक्तदान करने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं आती है मरीजों के परिजनों ने समिति के अध्यक्ष दीपक राठौर एवं समस्त सदस्यों का धन्यवाद आभार व्यक्त किया। इस मौके पर जय अम्बे रक्तदान समिति ललितपुर (रजि.) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के युवा नगरध्यक्ष दीपक राठौर, चन्दन सिंह अहिरवार, कन्हैयालाल रजक (पंचायत राज विभाग) बलराम राज, विकेंद्र यादव, रोजिस मंसूरी, रामसेवक, श्री राम और दयाराम आदि मौजूद रहे।