किया गया विराट कवि सम्मेलन का आयोजन, पहुंचे दिग्गज कवि

किया गया विराट कवि सम्मेलन का आयोजन, पहुंचे दिग्गज कवि

निष्पक्ष जनअवलोकन।

बाराबंकी‌।साहित्यिक आयोजनों से समाज को जहां चिंतन के लिए विषय और उनके समाधान मिलते हैं वही समारोह में व्याप्त बुराइयों की ओर भी ध्यान आकृष्ट होता है। उपरोक्त उद्बोधन मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली से पधारे वरिष्ठ साहित्यकार डॉ राधेश्याम बंधु ने परम श्रद्धेय श्री 1008 श्री टाटाम्बरी जी महाराज के सतायु होने एवं श्रीमद् भागवत कथा, ज्ञान यज्ञ के पावन अवसर पर रमनगरा आश्रम इसरौली बाराबंकी के प्रांगण में आयोजित विराट कवि सम्मेलन में व्यक्त किए। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता परम श्रद्धेय श्री टाटाम्बरी महाराज एवं सफल संचालन व्यंग्यकार अनिल श्रीवास्तव लल्लू द्वारा किया गया। कार्यक्रम का आगाज यदुनाथ द्विवेदी राष्ट्र प्रेमी की वाणी वंदना से हुआ। उन्होंने भगवान श्री राम पर निम्न पंक्तियां प्रस्तुत की-राम के सहारे चलावत रहौ जौ नाव, भव ते न पार लगावे तौ बतायौ तुम। वरिष्ठ कवयित्री लता श्रीवास्तव ने भी भगवान श्री राम की वंदना की -बोलो राम राम राम बोलो राम राम राम, इसी नाम से तो बनते हैं सारे बिगड़े काम। राष्ट्रीय चिंतन परक कविताओं के प्रस्तोता डॉ ओपी वर्मा ओम द्वारा ओज की कविताएं प्रस्तुत करते हुए राष्ट्र की वंदना निम्नवत की गई-बच्चा बच्चा देश का अपना वंदे मातरम गाएगा, चढ़कर दुश्मन के सीने पर जय हिंद लिखकर आएगा। व्यंग्यकार अनिल श्रीवास्तव लल्लू द्वारा हास्य व्यंग्य की कविताएं प्रस्तुत करते हुए देश को सुरक्षित रखने के प्रति बच्चों को निम्न पंक्तियों से जागरूक किया गया -नाम तो तुमने रोशन ही कर दिया बस में डकैती डालके, पर इस देश को रखना मेरे बच्चों संभाल के। काव्य समारोह में देश की जानी-मानी कवयित्री डॉ अंजना कुमार द्वारा श्रंगारिक गीत प्रस्तुत किए गए। बस्ती से पधारे वरिष्ठ व्यंग्यकार डॉक्टर रामकृष्ण लाल जगमग द्वारा व्यंग्य दोहों की बरसात की गई। कवि ध्यान सिंह रावत द्वारा भी कविताएं प्रस्तुत की गई। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए टाटाम्बरी महाराज ने आए हुए कवियों, अतिथियों एवं श्रोताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए सभी से अनुरोध किया कि जब भी आश्रम में इस तरह के आयोजन किए जाएं आप सबकी उपस्थिति प्रार्थनीय है। काव्य समारोह में अंबर सिंह वर्मा, अमित वर्मा, राजेंद्र जैसवाल सहित तमाम श्रोता उपस्थित थे।