सहकारी समिति पर फेंके गए किसानों के आधार कार्ड
निष्पक्ष जन अवलोकन।
नितिन दीक्षित।
इटावा। जनपद के ऊसराहार क्षेत्र में किसानों को खाद देने के लिए सरकार के दावे फेल होते हुए नजर आ रहे है. शासन के निर्देशानुसार सभी सहकारी समिति और क्रय विक्रय समिति पर खाद के वितरण के लिए एक जिम्मेदार अधिकारी की नियुक्ति की गयी है. किन्तु उक्त आदेश के चौबीस घन्टे बीतने के बाद ही सहकारी समिति कलई खुलती हुयी नजर आ गयी. ऊसराहार थाना क्षेत्र के अंतगर्त ग्रामीण सहकारी समिति (बी. पैक्स) लिमिटेड पर किसानों को खाद मिलना तो दूर की बात किसानों के आधार कार्ड भी फेंक दिए गये.
सहकारी समिति पर किसानो को खाद लेने के लिए काफी दिकत्तों का सामना करना पड़ रहा है. शासन के निर्देशों के बाबजूद भी किसानों को खाद मिलने में काफी मुश्किलें आ रही है. शासन के निर्देश के केवल 24 घंटे बीतने के बाद ही किसानों का शोषण होना शुरू हो गया. किसानों को खाद वितरण के लिए उनके आधार कार्ड की फोटो कॉपी जमा की गयी थी. जिसके बाद किसानों को खाद मिलना तो दूर उनके आधार कार्ड भी फाड़ कर फेंक दिए गए.
किसानों ने जव अपने आधार कार्ड फटे हुए पाएं तो खाद लेने आये किसान आक्रोशित हो गए जिसके बाद किसानों के द्वारा जमकर नारेबाजी की गयी. साथ ही किसानों का कहना है कि खाद मिलना तो दूर की बात यहाँ पर हमारे आधार कार्ड भी फाड़ कर फेंक दिए जाते है. और हमारी समस्या को सुनने वाला कोई नही है. किसानो का कहना था कि पहले खाद देने के नाम पर हमारे आधार कार्ड जमा करा लिए गए जिसके बाद में उन्हें फाड़ कर फेंक दिया गया और खाद भी वितरित नहीं की गयी है.
आक्रोशित किसानो में नरेंद्र कुमार भगवंतपुर पश्चिम, राम प्रकाश यादव गोकुलपुर कदमपुर मौजा, राधेश्याम यादव नगला बांदा, अजीत नगला लालमन समेत दो दर्जन से अधिक किसान मौजूद रहे.