सरयू नदी में शारदा बैराज व गिरिजा बैराज से छोड़ा गया दो लाख सत्तानवे हजार एक सौ सैंतिस क्यूसेक पानी

तराई में भयावह स्थिति

सरयू नदी में शारदा बैराज व गिरिजा बैराज से छोड़ा गया दो लाख सत्तानवे हजार एक सौ सैंतिस क्यूसेक पानी

निष्पक्ष जन अवलोकन । अजय रावत। बाराबंकी।सरयू नदी घाघरा अपना रौद्र रूप दिखा रही है। गिरिजा बैराज से आज 10 बजे एक लाख सत्तर हजार पांच सौ पांच तथा शारदा बैराज से दिन में 12 बजे एक लाख छब्बीस हजार छःसौ उन्तिस कुल 2 लाख 97 हजार 137 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जिसके चलते जल स्तर चेतावनी लेबल को लांघते हुए खतरे के निशान को छूने को बेताब दिख रहा है। नदी का पानी अभी करीब एक मीटर नीचे है और तराई क्षेत्र के किसी भी गांव की तरफ रुख नहीं किया है। परन्तु लगातार बढ रहे जल स्तर से सनांवा कहारनपुरवा टेपरा कुर्मिन टेपरा पासिन भौंरीकोल तेलवारी करोनी इटहुवा पूरब सहित दर्जनों गांवों के ग्रामीण अपनी गृहस्थी समेटने में जुटे हैं। बताते चलें कि अलीनगर रानीमऊ तट बांध के भीतर बसे गांवों में नदी के बढ रहे जलस्तर से भयावह स्थिति दिख रही है।कुछ लोग अलीनगर रानीमऊ तट बांध पर अस्थाई आशियाना बनाने को बांस तिरपाल आदि की ब्यवस्था में लग गए हैं। अनवरत बारिश व वनबसा तथा गिरिजा बैराज से छोड़े गए पानी की चर्चा सुन तराई के ग्रामीण भयभीत दिख रहे हैं । फिल हाल सरयू माई अभी अपने नदी के पेटे में ही बह रहीं हैं।कल दोपहर के बाद छोडा गया पानी रामनगर, सिरौलीगौसपुर रामसनेही घाट तहसीलों के बाढ प्रभावित क्षेत्रों में पंहुचने की सम्भांवना है।एस डी एम सिरौलीगौसपुर आनन्द तिवारी के निर्देश पर राजस्व टीम बाढ क्षेत्र के गांवों में सरयू नदी की के जलस्तर का निरीक्षण करती हुई दिखी। राजस्व प्रशासन बाढ की स्थिति से निपटने की तैयारी में जुटी हुई है बाढ चौकियों को एलर्ट कर तहसील के कन्ट्रोल रूम को स्थिति से अवगत करने के निर्देश दिए गए हैं।