सपनो का भविष्य इंजिनीयरिंग को त्याग कर व सांसारिक बंधनों से मुक्त होकर सीतापुर की प्रतीक्षा जैन ने संयम को चुना

सपनो का भविष्य इंजिनीयरिंग को त्याग कर व सांसारिक बंधनों से मुक्त होकर सीतापुर की प्रतीक्षा जैन ने संयम को चुना

निष्पक्ष जन अवलोकन। फैसल सिद्दीकी । फतेहपुर बाराबंकी।नगर के भगौली मार्ग पर उमाशंकर जैन के प्रतिष्ठान पर दीक्षार्थियों बहनों का फतेहपुर जैन समाज ने भव्य स्वागत किया। फतेहपुर के भगौली मार्ग से बहनों को गाजे बाजे के साथ नगर के महावीर चौत्यालय के ले जाया गया। ततपश्चात सम्यक भवन में बहनों की हल्दी,मेहंदी का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। मंगलवार को संकल्प दिगम्बर जैन समाज द्वारा भगवती जिनदीक्षा महोत्सव एवं भव्य बिनौली यात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें दीक्षार्थियों बहनों का भव्य स्वागत पटेल चौराहे पर किया गया। जगह-जगह पुष्प वर्षा के साथ बहनों का स्वागत भक्तों द्वारा किया गया। शाम को एक शोभायात्रा भी निकाली गई। शोभायात्रा पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर से प्रारम्भ होकर, सट्टी बाजार,हसीन तिराहा, मुख्य बाजार,महावीर मार्ग होते हुए जैन धर्मशाला पहुचीं। जहां पर दीदियों की गोदभराई की गई। जैन समाज अध्यक्ष सचिन जैन ने बताया कि जैन धर्म में जब कोई भी व्यक्ति साधु जीवन में जाता है तो समाज द्वारा आखिरी बार उसको सांसारिक रागों के बीच से सम्मान दिया जाता है। इसी यात्रा व सम्मान को बिनौली यात्रा कहते हैं। आचार्य विमर्श सागर जी महाराज की शिष्या विशु दीदी सहित 12 दीक्षार्थी बहने सांसारिक बन्धन से मुक्त होकर संयम के मार्ग पर चलने के लिये अग्रसर है। दीक्षार्थियों बहनों में एक बहन प्रतीक्षा जैन जिला सीतापुर के रामपुर मथुरा की है। जो कि इंजिनीयरिंग छोड़ कर संयम के मार्ग को चुना है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रांशु जैन,लल्ला जैन,पंकज जैन,टीनू जैन,के के जैन, उमाशंकर जैन,आशीष जैन, संदीप जैन,यशवंत जैन, आलोक जैन, नीलेश जैन समेत काफी संख्या में जैन समाज के लोग मौजूद थे।