शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है ,कमलेश दास साहेब कमोली धाम आश्रम

शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है  ,कमलेश दास साहेब कमोली धाम आश्रम

निष्पक्ष जन अवलोकन अजय रावत।। सिरौलीगौसपुर बाराबंकी। अध्यात्मिक दृष्टि कोण से शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है।जिसमे सभी लोग रात को अपने गुरु के सानिध्य में बैठ करके अपनी संकाओ का निराकरण तथा गुरु द्वारा बताई गई युक्त से प्रभु का सुमिरन भजन ध्यान करते हैं।तथा गुरु से अपने सत्य पथ पर चलने का संकल्प लेते हैं। श्रीकोटवाधाम के कमोली धाम आश्रम में कमलेश दास साहेब के आश्रम पर शरद पूर्णिमा के अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं को उदबोधित करते हुए कहा कि मानव जीवन अनमोल है इसका मूल्य उद्देश्य प्रभु के सुमिरन भजन ध्यान करके इस संसार के आवागमन के बंधन से मोक्ष प्राप्त करना है। मनुष्य में सुरति निरति होने के कारण अन्य प्राणियों से सर्व श्रेष्ठ है। मनुष्य अच्छे कर्म करके देव लोक प्राप्त कर है किन्तु मोक्ष नहीं। मनुष्य नाम के सुमिरन से बार बार के जन्म से मुक्त हो जाता है।इसी लिए मनुष्य को चाहिए कि जब भी समय मिले प्रभु का सुमिरन करे। तज प्रपंच सकल संसारा। सत्यनाम भज उतरो पारा। शरद पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालुओं का कोटवाधाम में जमावडा सुमिरन भजन चल रहा है।