भाजपा सरकार में अधिकारियों की अवैध वसूली और रिश्वतखोरी से त्रस्त हैं ग्रामीण
निष्पक्ष जन अवलोकन
बदरुजमा चौधरी
पचपेड़वा/बलरामपुर। भाजपा सरकार में देश और प्रदेश के नेता तमाम सरकारी योजनाओं के माध्यम से जनता को तरह तरह से लाभान्वित करने के बड़े बड़े दावे हमेशा किया करते हैं परन्तु क्या उन्हें यह नहीं पता है कि इन योजनाओं का लाभ जनता को कितना मिल पाता है ? इन सत्ताधारी नेताओं को जानकारी सब कुछ होता है लेकिन जनता की गाढ़ी कमाई को लूटकर नेताओं तक पहुंचाने के लिए अधिकारी ही माध्यम होते हैं इसलिए नेता और अधिकारी एक दूसरे से मिले होते हैं । और आमजनता को लूटने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ते । आइये , अब हम बात करते हैं खाद्यान्न विभाग के बारे में जिस पर केन्द्र की मोदी सरकार बार बार यह कहने से नहीं चूकती है कि हम देश के 80% लोगों को मुफ्त राशन मुहैया करवा रहे हैं । लेकिन इस राशन वितरण प्रणाली में कितना लूट खसोट चल रहा है किसे पता नहीं है । कोई ऐसा गल्ला गोदाम नहीं है जिस पर बड़े पैमाने पर गल्ला माफिया सक्रिय न हो और सरकारी राशन की कालाबाजारी न हो रही हो लेकिन बलरामपुर जनपद का पचपेड़वा विकास खण्ड क्षेत्र सबसे आगे है । यहाँ के एक गांव सिसहनिया घोपलापुर का दबंग कोटेदार है सलीम , जिसके बारे में वहां की जनता का शिकायत है कि कोटेदार सलीम राशन वितरण करने के बहाने मशीन में कार्डधारकों का अगूंठा तो लगवा लेता है लेकिन कई महीने से कुछ गिने चुने लोगों को छोड़कर हम गरीबों का राशन नहीं दे रहा है बल्कि तरह तरह का बहाना बनाकर गुमराह कर रहा है । बार बार राशन मांगने पर डांटते और भगाते हुए धमकी भी देता है कि जाओ जो करना हो कर लीजिए। किसी महीने में यदि राशन देता भी है तो प्रत्येक यूनिट पर एक किलो राशन कटौती यह कहते हुए करता है कि हमें भी आगे अधिकारियों को देना पड़ता है । ग्रामीणों का आरोप है कि इस सम्बंध में कई बार लिखित और मौखिक रूप से अधिकारियों से शिकायत किया गया परन्तु कोई जांच और कार्यवाही नहीं हुआ । इसीलिए इस दबंग कोटेदार का हिम्मत और हौंसला बढ़ा हुआ है और बार बार कार्डधारकों को डराता और धमकाता रहता है कि जहां जाना हो जाओ ,जो करना हो कर लीजिए हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे । ज्यादा शिकायत करोगे तो राशनकार्ड ही कटवा देगें । अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि राशन वितरण प्रणाली में राशन माफियाओं, अधिकारियों के साथ साथ कोटेदार आपस में मिलीभगत कर जो कालाबाजारी करके हर महीने गरीबों के पेट का निवाला छीनकर लाखों का मोटा कमाई कर रहे हैं उसमें कोई सुधार हो पायेगा । इस प्रकरण पर जब हमारे संवाददाता ने सप्लाई इंस्पेक्टर तुलसीपुर शिवकुमार प्रजापति से बात किया तो उन्होंने कहा कि हम तो अभी नये आये है हमे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है उन्होंने कहा कि ग्रामीण एसडीएम तुलसीपुर को प्रार्थना पत्र देकर अवगत करायें।जब उनसे यह पूछा गया कि अब आपको मामले सेअवगत कराया जा रहा है और आप विभागीय अधिकारी है आप की क्या जिम्मेदारी बनती है तब जाकर उन्होंने जांचकर कार्यवाही करने की बात कही है ।अब लाख टके का सवाल है कि क्या उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस राशन कालाबाजारी पर रोक लगाते हुए गरीबों को उनका हक दिलवा पायेगी । क्या विभागीय अधिकारियों पर शिकंजा कसते हुए विभाग को राशन माफियाओं से मुक्त कर गरीबों को दो जून का भोजन उपलब्ध करा पायेगी ताकि उनके भूखे पेट की ज्वाला शांत हो सके ।और वह भी रात मे भरपेट भोजन के बाद अच्छी नींद ले सकें।