बजाज आटो फाइनेन्स कम्पनी के एजेंट पर कोर्ट के आदेश के बाद केस हुआ दर्ज

निष्पक्ष जन अवलोकन। फैसल सिद्दीकी। बाराबंकी। वर्ष 2018 में कोठी चौराहा स्थित गोयल ऑटो मोबाइल्स एजेंसी से एक व्यक्ति ने बजाज ऑटो फाइनेंस से बाइक फाइनेंस कराया। दो सालों तक 2247 रुपए किस्तें जमा करने का सिलसिला जारी रहा। लेकिन एजेंट ने दो किस्तों की रकम रकम हड़प कर ग्राहक को रसीद नहीं दी। उससे मारपीट कर उसकी बाइक ही छीनकर बेच दिया गया। मगर उस फिर भी कम्पनी ने 7652 रूपये कर्ज उल्टा निकाल दिया गया। मंगलवार को कोर्ट आदेश पर कोठी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। कोठी थाना क्षेत्र के मोहिद्दीनपुर मजरे दयालपुर गांव निवासी अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि 26 सितंबर 2018 को कोठी चौराहा स्थित गोयल ऑटो मोबाइल्स एजेंसी से नगद दस हजार रूपये देकर बजाज आटो फाइनेंस कंपनी के जरिए फाइनेंस पर एक बाइक खरीदा था। दो वर्षों में 4247 किस्त देनी थी। मगर उसका आरोप है कि कोविड-19 में क्षेत्र के कुभरावां निवासी फाइनेंस एजेंट मोहन कनौजिया ने दो किस्तों की कम्पनी मे ना जमा कर खुद ही रकम अपने जेब मे रखली। ग्राहक के मांगने पर कंपनी की जमा रसीद ही नहीं दी। आखिरकार वह 25 हजार रुपए का खुद कर्जदार हो गया। 14 अप्रैल 2024 को नगर कोतवाली क्षेत्र के बड़ेल चौराहा पर कंपनी एंजेट ने उससे मारपीट कर बाइक ही छीन ली। उसे 17 हजार रुपए में बेचकर 7652 रूपये बकाया नोटिस थमा दिया। न्यायालय के आदेश पर केस दर्ज किया है।