तालाब की खुदाई हेतु किसानो को अनुदान दे रही यूपी सरकार

कार्यक्रम का संचालन अनिल साहू द्वारा किया गया

तालाब की खुदाई हेतु  किसानो को अनुदान दे रही यूपी सरकार

निष्पक्ष जन अवलोक। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। जनपद के महत्वाकांक्षी विकासखण्ड मड़ावरा के ग्राम गिरार में ,भूमि संरक्षण इकाई महरौनी , भूमि संरक्षण विभाग द्वारा भूमि संरक्षण अधिकारी आर के स्वर्णकार की उपस्थिती एवं ग्राम प्रधान देवी सिंह की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के धटक पर ड्राप मोर क्रॉप अपघटक अदर इंटरवेंशन अंतर्गत वर्षा जल संचयन हेतु खेत तालाब योजना पर प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं तेल जनित वृक्ष तेल कार्यक्रम (नेशनल मिशन ऑन एडीबिल आयल अंतर्गत ) परियोजना पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जिसमे चयनित क्षेत्र के चयनित कृषको को प्रशिक्षित किया गया स प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञानं केंद्र के साइंटिस्ट दिनेश कुमार तिवारी द्वारा बताया गया। कि वर्तमान में कृषि विविधीकरण के माध्यम से की कृषक कृषि के माध्यम से लाभ अर्जित कर सकता है वर्तमान में जो परंपरागत तरीके से खेती की जा रही और और बदलते जलवायु परिवर्तन बेमौसम वर्षा , अतिवृष्टि ,सुखा आदि के कारण किसान फसल से उचित लाभ प्राप्त नहीं कर पा रहा है यदि विविधीकरण के अंतर्गत तेल जनित वृक्ष जैसे नीम महुआ आदि को प्रोत्साहन दे लगाये। तो आजीवन आय प्राप्त होगी और मौसम , जलवायु परिवर्तन का प्रभाव भी नहीं पड़ेगा। स उन्होंने नीम महुआ के औषधीय गुणों की विस्तार से जानकारी दी। एवं बाजार मे इनके बाजार मूल्य , मांग एवं सप्लाई एव मूल्य संबर्धन गतिविधियों की जानकारी दी भूमि संरक्षण अधिकारी आर के स्वर्णकार द्वारा नीम महुआ पौधो के औषधीय गुण एवं दैनिक जीवन में उनके उपयोग और जरुरत के महत्त्व को बताते हुये बिभिन्न रोगों में नीम महुआ के द्वारा बनायीं जाने बाली औषधि की जानकारी दी एवं तेल जनित बृक्ष योजना के लाभार्थी चयन से लेकर उनके मूल्य संबर्धन की जानकारी दी सराष्ट्रीय कृषि विकास योजना के धटक पर ड्राप मोर क्रॉप अपघटक अदर इंटरवेंशन अंतर्गत वर्षा जल संचयन हेतु खेत तालाब योजना वित्तीय वर्ष 2024-25 में जनपद को 320 लधु तालाब का लक्ष्य प्राप्त हुआ है कृषक अभी खेत तालाब का पोर्टल से टोकन जनरेट करके खेत तालाब योजना का लाभ ले सकते है जिसमे 50þ अनुदान की धनराशि 52500 दो किस्तो में डीबीटी के माध्यम से कृषक के खाते में भुगतान किया जायेगा स ऐसे कृषको को खेत तालाब का अनुदान तभी देय होगा जब बह सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली स्थापित करने हेतु उधान बिभाग से त्रिपक्षीय अनुबंध सत्यापन के समय उपलब्ध करायेगे स सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली स्थापित कुल भौतिक लक्ष्य का 40 प्रतिशत ) लक्ष्य हेतु बह कृषक पात्रता श्रेणी में आएंगे जिन्होंने आवेदन तिथि तक विगत सात वर्षो में उद्यान या कृषि विभाग के माध्यम से अपने खेत पर सूक्ष्म सिंचाई स्थापना किया हो और बह वर्तमान में चालू स्थिति में हो स पंप सेट अनुदान हेतु बह लाभार्थी पात्र होंगे जिन्होंने पंजीकरण तिथि तक उद्यान विभाग के माध्यम से सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली स्थापित कर लिया है एवम तालाब निर्माण योजना अंतर्गत तालाब के निर्माण पर 50þ अधिकतम 15000 अनुदान निर्धारित है इक्छुक लाभार्थी पोर्टल पर प्रथम पावक के सिधान्त पर बुकिंग प्राप्त कर सकते है। अवर अभियंता अनिल कुमार साहू द्वारा किसानो को कृषि विविधीकरण एवं नवीन कृषि जानकारी देकर प्रशिक्षित किया स कार्यक्रम अमझारा फार्मर प्रोडूसर कंपनी लिमिटेड के निदेशक शुभम सिंह परिहार द्वारा इनके ऍफ़.पी.ओ के माध्यम से किये जा रहे कार्यो की जानकारी दी एवं उपस्थित किसानो को कंपनी के साथ जुड़कर प्रमाणिक वीज ,खाद एवं इनपुट आदि की जानकारी दी। इसी क्रम में गिरार गाँव में नाबार्ड के सहयोग से गिरार जलागम विकास परियोजना का भी भूमि संरक्षण अधिकारी ,उनकी टीम एवं कृषि बिज्ञान केंद्र के डॉ तिवारी द्वारा अवलोकन किया जिसमे गिरार वाटरशेड कमेटी द्वारा कराये जा रहे कार्यो को देखा एवं परियोजना में लगाये गए ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन का उद्घाटन किया एवं उससे प्राप्त होने किसानो को लाभ की जानकारी प्राप्त की स आजीविका गतिविधि अंतर्गत 2 महिला समूहों को आटा चक्की का वितरण भी किया गया। इस अवसर पर भूमि संरक्षण विभाग से वरिष्ठ प्राविधिक सहायक ग्रुप बी मनमोहन साहू , नीरज सेन , प्राविधिक सहायक मानवेन्द्र सिंह गौरब कुमार , गिरार वाटरशेड कमेटी से परसादी पाल , सरमन ,पार्वती ,मोहन ,रामकेश पाल एवं अन्य ग्राम वासी उपस्थित रहे।