कागजों में फर्जी हाजिरी से मनरेगा में बड़ा घोटाला लाखों का गवन

कागजों में फर्जी हाजिरी से मनरेगा में बड़ा घोटाला लाखों का गवन

निष्पक्ष जन अवलोकन। बदरूजमा चौधरी। गैसड़ी ब्लॉक जनपद बलरामपुर। राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का उद्देश्य ग्रामीण मजदूरों को रोजगार देना है, लेकिन भ्रष्टाचार और लापरवाही के कारण यह योजना कागजों तक ही सीमित रह गई है। विकास खंड गैसड़ी के ग्राम पंचायत में चक मार्ग पटाई के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है, जहां कागजों में मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाकर लाखों रुपये का भुगतान कर दिया जाता । सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, 4 मास्टर रोल और मजदूर का अटेंडेंस ऑनलाइन हाजिरी 9 मार्च 31/ 20 मार्च 31 18 मार्च30/ 11 मार्च 29/ 15 मार्च 30 / 17 मार्च 30 मजदूर कार्यरत दिखाए गए, लेकिन मौके पर हकीकत कुछ और ही निकली। सूत्रों के अनुसार, वहां मात्र 8 /मजदूर ही काम करते मिले, जबकि बाकी मजदूरों के नाम पर फर्जी हाजिरी लगाकर पैसा निकाला जा रहा है। मजदूरों को उनका हक न मिलने से वे परेशान हैं, जबकि जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ कागजों में आंकड़े सेट कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि कार्यस्थल पर कोई वास्तविक निरीक्षण नहीं किया जा रहा। परियोजना के तकनीकी सहायक (टीए) बिना मौके पर पहुंचे ही एमबी (मेजरमेंट बुक) तैयार कर कार्यालय से भुगतान के लिए फाइलें भेज रहे हैं। इस्टीमेट के मुताबिक काम नहीं हो रहा, लेकिन सरकारी धन का जमकर गबन किया जा रहा है। सरकार विकास कार्यों में जीरो टॉलरेंस की बात कर रही है, लेकिन विलोह बाकासिया में भ्रष्टाचार खुलेआम जारी है। जब इस मामले में गैसड़ी के खंड विकास अधिकारी से सवाल किया गया तो उन्होंने सिर्फ जांच । सवाल यह है कि क्या यह घोटाला यूं ही चलता रहेगा या फिर कोई ठोस कदम उठाया जाएगा?