आपातकाल के विरोध में बीजेपी ने निकाला मौन जुलूस

आपातकाल के विरोध में बीजेपी  ने निकाला मौन जुलूस

निष्पक्ष जन अवलोकन।

अंकित तिवारी।

कानपुर देहात।1975 को देश में लगे आपातकाल (इमरजेंसी) के विरोध में भाजपा ने मंगलवार को अकबरपुर पुल से मौन जुलूस निकाला। अकबरपुर पुल से माती रोड तक शुरू हुए मौन जुलूस में कानपुर बुंदेलखंड के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल, जिला अध्यक्ष मनोज शुक्ला सहित अन्य भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। जुलूस के बाद भाजपा पार्टी कार्यालय में गोष्ठी हुई। इसमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस दौरान क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने कहा भारत के इतिहास में लोकतंत्र की हत्या का दिन गिना जाता है। कांग्रेस सरकार ने 25 जून की रात को केवल अपनी कुर्सी बचाने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगा दी और संविधान का गला घोंट दिया। आपातकालीन लगाने के बाद राजनीतिक नेताओं, पत्रकारों और अन्य को जेल में डाल दिया। साजिश कर रही है कांग्रेस उन्होंने कहा कि देश को बदनाम करने के लिए कांग्रेस साजिश कर रही है और संविधान सहित कई संस्थाओं को भी अपनी राजनीति का शिकार बना रही है। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु साधारण नहीं हुई थी। उनके भोजन में जहर दिया गया था, लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जांच करने से मना कर दिया था।संविधान बचाने का कर रहे है नाटक कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में कई बार संविधान संशोधन किया और 42 अनुसूची का आधा संविधान ही बदल दिया था। वहीं कांग्रेस सरकार अब संविधान बचाने का नाटक कर रही है। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने हिंदुओं की जबरदस्ती नसबंदी करा कर एक वर्ग की आबादी बढ़ाने का कुत्सित प्रयास किया था। यहां बैठे लोकतंत्र सेनानी ने 1975 में विरोध ना किया होता तो कांग्रेस संविधान खत्म कर चुकी होती भाजपा सरकार ने पारदर्शी नीति को अपनाकर कश्मीर से धारा 370 एवं 35 ए को खत्म कर देश को एक सूत्र में बांधने का काम किया है। यह लोग रहे मौजूद जिला अध्यक्ष मनोज शुक्ला के साथ राजेश तिवारी, राजेंद्र सिंह चौहान,मदन पांडे, फूल सिंह कठेरिया, बृजेंद्र सिंह, सौरभ मिश्रा, रामजी मिश्रा, शिवपाल सिंह, मुनीश बाजपेई, नीरज पांडे, रेणुका सचान, विकास मिश्रा आदि मौजूद रहे।