चित्रकूट इंटर कॉलेज कर्वी मूल्यांकन केंद्र में कल से शुरू होगा उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य।

निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया ब्यूरो चीफ। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी: डीआईओएस चित्रकूट । उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित हाई स्कूल इंटरमीडिएट परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन आज से मूल्यांकन केंद्र चित्रकूट इंटर कॉलेज कर्वी में शुरू हो जाएगा जो 3 अप्रैल तक चलेगा। जिला विद्यालय निरीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने जिले भर के प्रधानाचार्य मूल्यांकन कार्य में लगे उप प्रधान परीक्षक व परीक्षकों की मीटिंग ली और उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के तौर तरीके समझाए और नियमानुसार छात्र हित में सावधानी पूर्वक कॉपियां जांचने के सख्त निर्देश भी दिए। कहा कि मूल्यांकन कल में तनिक भी लापरवाही न की जाए क्योंकि मूल्यांकन कार्य छात्र-छात्राओं के भविष्य व जीवन से जुड़ा हुआ महत्वपूर्ण कार्य है। साल भर विद्यार्थी मेहनत से पढ़ाई करते हैं और उनका यह परिश्रम कहीं गड़बड़ न हो जाए, इस पर परीक्षकों को पूरी सावधानी से मूल्यांकन कार्य करना है। कापी जांचने के समय कोई भी परीक्षक मोबाइल नहीं लेकर आएगा ।उत्तर पुस्तिकाओं में यदि कोई विद्यार्थी नोट दबाए हो तो उसमें महिमा मंडन नहीं करना है लालच में आकर अंको में कोई फेरबदल नहीं करना है, कापियों के बाएं तरफ प्रश्न के पास ही लाल पेन से स्पष्ट अंक चढ़ाना है, प्रश्नवार मुख्य पृष्ठ पर अंक चढ़ाना है सही योग करना है इसके बाद अवार्ड ब्लैंक में भी स्पष्ट अंक लिखना है कहीं कोई गलती कहीं कोई कटिंग नहीं होनी चाहिए। उप नियंत्रक डॉक्टर रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी चित्रकूट इंटर कॉलेज कर्वी को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है यहां पर बाहरी जिलों से कापियां आई हैं इस बार हाई स्कूल में 68 448 हाई स्कूल में 724 00 कापियों का मूल्यांकन कराया जाना है । इसके लिए बोर्ड द्वारा हाई स्कूल में 200 परीक्षा और इंटर में 180 परीक्षा नियुक्त किए गए हैं, कुछ रिजर्व में परीक्षक नियुक्त हैं यदि परीक्षाओं की कमी होगी कोई किसी कारणबश नहीं आएगा तो रिजर्व परीक्षकों की ड्यूटी लगा दी जाएगी । हाई स्कूल में 33 टोली इंटर में 32 टोली कॉपियां जांचने के लिए लगाई गई हैं । हर टोली में एक डिप्टी हेड होगा इसके निर्देशन में सहायक परीक्षक कॉपियों का मूल्यांकन करेंगे । पहले दिन हर ड्यूटी हेड पांच कॉपियां नमूने के तौर पर जांचेगे, जांची गई कापियों को सहायक परीक्षक अवलोकन करेंगे और उसी तरह कॉपियां जांचने का कार्य शुरू करेंगे । बताया कि हाई स्कूल की कॉपियां एक परीक्षक प्रतिदिन 50 जांच सकता है जबकि इंटर में 45 कॉपियां ही मूल्यांकन करनी होगी। जांची गई कापियों का रि मूल्यांकन भी कराया जाएगा इसलिए सभी परीक्षक सावधानी से कॉपियां जांचेंगे यदि रिमूल्यांकन में कोई त्रुटि पाई जाएगी तो पारिश्रमिक में कटौती होगी और अगले साल वह परीक्षक बोर्ड से मूल्यांकन के लिए योग्य नहीं माने जाएंगे। प्रशिक्षण में प्रधानाचार्य राकेश प्रताप सिंह दिनेश भार्गव राजेश सिंह रुद्र नारायण पांडेय कल्पना राजपूत विनीता रानी डॉक्टर सियाराम द्विवेदी रजनीश मिश्रा जेपी मिश्रा दया शंकर सिंह आदि उपस्थित रहे ।बैठक का संचालन वीरेंद्र शुक्ला द्वारा किया गया।