भगवान श्रीराम के आदर्शों पर चलकर ही हम एक उन्नत समाज की स्थापना कर सकते हैं : मनमथ त्रिपाठी

भगवान श्रीराम के आदर्शों पर चलकर ही हम एक उन्नत समाज की स्थापना कर सकते हैं : मनमथ त्रिपाठी
भगवान श्रीराम के आदर्शों पर चलकर ही हम एक उन्नत समाज की स्थापना कर सकते हैं : मनमथ त्रिपाठी

रामेश्वर विश्वकर्मा रुद्रपुरी। निष्पक्ष जनवलोकन। *श्रीराम के राजतिलक के साथ रामलीला का समापन* रूद्रपुर, देवरिया । उपनगर के दुग्धेश्वर नाथ मंदिर परिसर में एक सप्ताह से चल रहे रामलीला के अंतिम दिन शनिवार को मुख्य अतिथि समाजसेवी युवा नेता मनमथ त्रिपाठी ने फीता काटकर उद्घाटन किया। उन्होंने भगवान राम व लक्ष्मण की आरती की । रामलीला के आयोजक एडवोकेट आनन्द सिंह ने उपस्थित अतिथियों को माला पहनाकर स्वागत किया । मुख्य अतिथि ने आयोजन समिति की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करना समाज के लिए वर्तमान परिवेश में अति आवश्यक हो गया है । उन्होंने कहा कि श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। भगवान श्रीराम ने समाज से ऊंच-नीच दूर करने का संदेश दिया है। उनके आदर्शों पर चलकर ही हम एक उन्नत समाज की स्थापना कर सकते हैं। आज के समाज को भगवान श्रीराम के आदर्शों को आत्मसात करने की आवश्यकता है, जिससे एक अच्छा समाज का निर्माण हो सके। रामलीला के अंतिम दिन भगवान राम के राजतिलक का मंचन किया गया। एक दृश्य में भगवान राम ने रावण का वध किया । उसके बाद अयोध्या वापसी हुई। जिसमें भगवान का राजतिलक किया गया। इस दौरान नगर सहित दूर-दराज गाँवों से बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।