प्रतिमाओं की हुई बेकद्री, सामानों की मची लूट

निष्पक्ष जन अवलोकन। रामेश्वर विश्वकर्मा। रुद्रपुर/देवरिया। जिला मुख्यालय व ग्रामीण क्षेत्रों में सोमवार को भी दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। विभिन्न घाटों पर विसर्जन के दौरान प्रतिमाओं की बेकदरी देखी गई। आलम यह था कि नदी में प्रतिमा के विसर्जन के साथ पोशाक और सजावटी आभूषण लूटने की होड़ सी मची रही। आभूषण लूटने में पूजन सामग्री रौंदी जा रही थी। चढ़ावे के रुपये के लिए भी तू-तू मैं-मैं होती रही। नदी की जलधारा में प्रतिमाओं को खसीटते हुए किनारे लगाकर कीमती सामान, कपड़े व रुपयोें की लूट मची थी। सोमवार की दोपहर में रामपुर कारखाना सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों की मूर्तियां पटनवा पुल पर पहुंची, जहां पुलिस बल के साथ गोताखोर व एसडीआरएफ की टीम मौजूद थी। श्रद्धालु प्रतिमा को नदी के अंदर ले गए और पानी में विसर्जित किया। इसके बाद किनारे मौजूद रहे बच्चे व युवक नदी में कूद पड़े। वह तेजी से पानी में तैरते हुए प्रतिमा में से सजावटी सामान को निकालने लगे। इसके बाद प्रतिमा के सामान को बाहर लाकर नदी तट के किनारे बैठी महिलाओं को सौंप कर फिर नदी में कूद जा रहे थे। यह प्रक्रिया देर शाम तक देखने को मिली। रुद्रपुर क्षेत्र के नदी घाटों पर प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद जमकर बेकदरी हुई। घाटों के किनारे लोगों में मूर्तियों की सजावट, कपड़े और आभूषण को लूटने में होड़ मच गयी। नदी के बीच धारा से प्रतिमा खींच कर किनारे ले आने के लिए लोग नदी में ही छीना झपटी करने लगे। घाटों के किनारे मूर्तियों के विसर्जन के बाद गंदगी का अंबार लग गया। सोमवार को क्षेत्र के सभी घाटों पर कूड़ा करकट फैल गया। नगर के बरुथनी नदी स्थित सेमरौना घाट पर नदी से देवी प्रतिमाओं के साज सज्जा का सामान लूटने वालों की भीड़ जमा थी। बथुआ रीवर फ्रंट की सीढि़यों पर मूर्तियों से महंगे सामान निकाल कर कचरा फेंक दिया गया था। गोर्रा नदी के पिड़रा घाट पर भी पिड़रा और ईश्वरपुरा गांव के निकट कुछ छोटे लड़के नदी से मूर्तियों को खींच कर बाहर निकाल रहे थे। सामानों को निकालने के बाद लकड़ियों के छोटे टुकड़े का गट्ठर बना रहे थे। यहीं हालत नरायनपुर घाट पर दिखा। पुल से नदियों में प्रतिमाओं के विसर्जन होते ही लोग नदी में कूद कर सामानों के लिए झपट्टा मारते देखे गए।