अच्छा खान पान अच्छी निद्रा और अच्छे विचार तनाव से लड़ने का शस्त्र : डॉ जितेंद्र कुमार

अच्छा खान पान अच्छी निद्रा और अच्छे विचार तनाव से लड़ने का शस्त्र   : डॉ जितेंद्र कुमार

निष्पक्ष जन अवलोकन

प्रमोद सिन्हा

 स्वामी सहजानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभागद्वारा आज दिनांक 24 मार्च को तनाव प्रबंधन पर एक कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय के कुबेरनाथ राय सभागार में किया गया ।इस कार्यक्रम की संचालिका डॉ कंचन सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए तनाव क्या है, इसको कैसे दूर किया जा सकता है ,इस पर प्रकाश डाला। आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ ए एन राय सर ने कहा कि आपदा में अवसर ढूंढना ही तनाव से लड़ने का एक तरीका है तथा घबराने की नहीं बल्कि संयमपूर्वक इससे बाहर आने की आवश्यकता है। इस कार्यशाला के मुख्य अतिथि डॉ जितेंद्र कुमार ने अच्छा खान पान, अच्छी निद्रा और अच्छे विचार को तनाव से लड़ने का शस्त्र बताया। डॉ जितेंद्र कुमार ने बताया कि तनाव तीन रूपों में परिलक्षित होते हैं पहला मनोवैज्ञानिक रूप में दूसरा व्यावहारिक रूप में तथा तीसरा संवेगिक रूप में जिनका मुकाबला हमें समस्या केंद्रित होकर करना चाहिए तथा उन्होंने बताया कि यदि तनाव चिंता या विषाद का रूप ले रहा है तो हमें घबराना नहीं बल्कि चिकित्सीय सहायता लेनी चाहिए। इस कार्यशाला की मुख्य वक्ता डॉ ज्योति शर्मा ने विश्राम तकनीक की सहायता से तनाव मुक्त रहने तथा तनाव को कम करने के तरीकों को बताया तथा इसकार्यशाला में डॉ जितेंद्र कुमार एवं डॉ ज्योति शर्मा ने छात्र एवं छात्राओं के तनाव से संबंधित प्रश्नों का उत्तर देते हुए उनकी समस्याओं को सुना एवं उसका समाधान भी किया । अंत में अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्ष सुश्री तूलिका श्रीवास्तव ने बताया कि तनाव का सही मूल्यांकन बहुत महत्वपूर्ण है जिससे छोटे तनाव से सीख लेकर बड़े तनाव के लिए तैयार रह सके। इस अवसर पर अपनी बात रखने वालों में मुख्य रूप से डॉ विलोक सिंह ,डॉ कृष्णानंदचतुर्वेदी ,डॉ नर नारायण राय, डॉ विजय कुमार ओझा ,डॉ राकेश पांडे, डॉ रामधारी राम, डॉ नित्यानंद राय, डॉ प्रियंका, डॉ शिल्पी ,डॉ विभा ,डॉ सौम्या तथा डॉ निवेदिता सहित सैकड़ों छात्र एवं छात्राओं ने इस कार्यशाला में भाग लिया l