नगर पंचायत सुबेहा में हुई बोर्ड की बैठक का सभासदों द्वारा किये गये बहिष्कार मामले ने पकड़ा तूल, अध्यक्ष व अधिशाषी अधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप

नगर पंचायत सुबेहा में हुई बोर्ड की बैठक का सभासदों द्वारा किये गये बहिष्कार मामले ने पकड़ा तूल, अध्यक्ष व अधिशाषी अधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप

निष्पक्ष जन अवलोकन।

योगेश जायसवाल।

बाराबंकी। मामला सुबेहा नगर पंचायत का मामला है जहाँ 14 सभासदों में से 10 सभासदों ने जिलाधिकारी से मिलकर नगर पंचायत अध्यक्ष व अधिशासी अधिकरी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। सभी सभसदों द्वारा दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि हम लोगों को नगर पंचायत अध्यक्ष एवं अधिशसी अधिकारी द्वारा नगर पंचायत में कराए गए विकास कार्यों से अवगत नहीं कराया जाता ना ही किसी प्रस्ताव के बारे में कोई जानकारी दी जाती है। यही नहीं हम लोगों की उपस्थिति भी दर्ज नहीं की जाती। सदन में लगातार उठाए जाने वाले सवालों के जवाब अध्यक्ष व अधिशासी अधिकरी द्वारा नही दिए जाते लगातार हो रहे हम लोगों के उत्पीड़ और गुमराह करने वाली बातें की जा रही हैं। उल्लेखनीय हो बीते 22 जुलाई को नगर पंचायत कार्यालय पर बोर्ड की बैठक की गई थी जिसमें सभी लोगों ने हिस्सा लिया था। कार्य योजना पर सभासदो की कोई सुनवाई नहीं होने पर कार्यवाही का बहिष्कार किया था। पता चला है कि सभसद लोगों के हस्ताक्षर के बगैर अधिशासी अधिकरी द्वारा स्वत कार्य योजना को पारित कर लिया गया है जो सरासर नियम और कानून का उल्लंघन है। सभासदो का नगर पंचायत के अध्यक्ष सहित अधिकारियों द्वारा वर्तमान समय में लगातार मानसिक शोषण किया जा रहा है कागज पर उनकी उपस्थिति दर्ज कर असम्वैधानिक रूप से अध्यक्ष द्वारा सभी प्रस्ताव पारित कर लिए जाते हैं। सभी सभसदों ने एक स्वर में कहा कि नगर पंचायत में हुए विकास कार्यों का स्थलीय सत्यापन कमेटी बनाकर कराया जाय तो दूध का दूध और पानी का पानी अलग हो जाएगा उप जिला अधिकारी को ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से केतार बाबू मौर्य, रवि, जयप्रकाश ,प्रदीप गुप्ता, विशाल ,कफील, रिजवान खां, महेंद्र मौर्य, गिरजा रावत आदि लोग मौजूद रहे।