कातिल भाई सहित तीन गिरफ्तार

55 लाख रुपये न देने को भाई ने की थी हत्या, पत्नी की तहरीर पर दर्ज कराई गई थी एफआईआर, किसी को नही किया गया था नामजद, स्वाट व कैसरगंज थाने की पुलिस ने किया खुलासा, शहर स्थित पुलिस लाइन में हत्या मामले में गिरफ्तार आरोपी

कातिल भाई सहित तीन गिरफ्तार

निष्पक्ष जन अवलोकन। प्रभात कुमार शुक्ला।

 नवाबगंज बहराइच । कैसरगंज के कोनारी गांव निवासी सहायक अध्यापक श्याम सिंह की हत्या उसके छोटे भाई दिवाकर सिंह ने अपने चचेरे भाई व वाहन चालक से मिलकर की थी। इन दोनों मददगारो को धन देकर साजिश का हिस्सा बनाया गया। हत्या की वजह बड़े भाई से लिए गए 55 लाख हड़पना था। कैसरगंज थाने के कोनारी गांव निवासी सहायक अध्यापक श्याम सिंह का आठ जुलाई को घर के पीछे खेत के पास क्षत विछत हालत में शव मिला था। इस मामले में शव रखकर छोटे भाई दिवाकर सिंह के नेतृत्व में अगले दिन हाईवे पर लाश रखकर कातिलो की गिरफ्तारी को विरोध प्रदर्शन भी किया गया था। एसपी वृंदा शुक्ला ने एएसपी सिटी रामानंद कुशवाहा, सीओ कैसरगंज रूपेन्द्र गौड़ के पर्यवेक्षण में स्वाट टीम व कैसरगंज एसएचओ राजनाथ सिंह को खुलासे को लगाया गया था। इस मामले में तहकीकात कर रही टीमों ने हर पहलू पर नजर रखते हुए शक के दायरे में आए लोगों पर निगाहबानी व तहकीकात करते हुए शुक्रवार को बढ़ौली पड़ाव से मृतक के छोटे भाई दिवाकर सिंह, वाहन चालक हरदी थाने के वीरशाहपुर निवासी राज नारायण, उसके चचेरे भाई रूप नारायण को धर दबोचा गया। थाने लाकर मनोवैज्ञानिक तरीके से की गई पूछताछ में इन तीनों ने हत्या की वारदात कबूल करते हुए हत्या मे प्रयुक्त एक पाना, एक बांका, एक मेट कटर ब्लेड बरामद कराया। दिवाकर सिंह ने कबूला कि उसने भाई से लिए 35 लाख मकान बनवाने में, 20 लाख शेयर मार्केट में लगा दिए थे। भाई लगातार धन मांग रहा था। तो उसने अपने वाहन चालक राज नारायण को तीन लाख, चालक के भाई रूप नारायण को दो लाख देकर सात जुलाई को हत्या का प्लान बनाया। तो रूप नारायण भाग गया। अगले दिन फिर उसे तैयार कर खेत देखने गए भाई पर पीछे से तीनो ने ताबड़तोड़ हमले कर मौत के घाट उतार दिया।