समय समाप्त प्रशाशन की शय पर चल रहा है फतेहपुर मकदूम शाह का मेला जाम से झूझ रहे राहगीर
निष्पक्ष जन अवलोकन/फैसल सिद्दीकी/फतेहपुर बाराबंकी। फतेहपुर मे लगा मकदूम शाह का मेला केवल 10 नवंबर तक ही अनुमति थी। मकदूम शाह दरगाह मेले का 4 दिन पूर्व मे आतशबाजी के साथ समापन किया गया था। मेला संचालन की अनुमति शाशन द्वारा मात्र 10 नवंबर तक ही थी। बड़े ही जोर शोर के साथ चल रहे मेले मे जाम लम्बी जाम का खामयाजा आम राहगीरो को झेलने को मिल रहा है। मगर किसी भी अधिकारी की तवज्जो मेले की तरह नहीं रही। उपजिलाधिकारी का आवागमन नगर के बाराबंकी में रोड पर प्राचीन मकदूमशाह की मजार स्थिति है। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी अगल बगल लगने वाला मेला फतेहपुर हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल क़ायम कर्ता है। इस साल भी प्रशाशन द्वारा मेला समिति के अध्यक्ष के साथ बैठक मे 10 नवंबर तक 12 बिन्दुओ की शर्तो के साथ अनुमति प्रदान की गई थी। दस दिवसीय मेले का दस नवंबर को परम्परागत तरीके से आतिशबाजी के साथ समापन किया गया था। इसके बावजूद लगातार चल रहे मेले का अब आम नागरिकों के लिए आम दिनों मे भी जनजाल बन गया है। मेले को लेकर कस्बे मे चर्चाए सुनने और देखने को लगातार मिल रही है। ज्यादा आवागमन वाला मुख्य मार्ग दोनों तरफ की दुकानों की भीड़ से कस्बे मे आए दिन मेले की वजह से जाम मे लगी गाड़ियों की लम्बी कतारे लगी रहती है। बीते दिनों रात मे ग्राम जरखा व हैदरगंज के युवकों के साथ मार पीट की घटना भी हुई थी। म्यूजिक कांन्फ्रेंस मे कुर्सियां भी तोड़ी गई। इस संबंध मे उजजिलाधिकारी राजेश कुमार विश्वकर्मा ने बताया की अनुमति सिर्फ 10 नवंबर तक ही थी। उनके द्वारा मेला संचालन बढ़ाने की कोई भी अनुमति का कोई भी आदेश नहीं जारी किया था। और इसकी जांच कराई जाएगी।