उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देकर व्रती महिलाओं ने तोड़ा व्रत, घाटों पर उमड़ा आस्था का महासैलाब
निष्पक्ष जनवलोकन।
रामेश्वर विश्वकर्मा रुद्रपुरी।
रूद्रपुर, देवरिया । उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही तीन दिवसीय छठ पर्व शुक्रवार की सुबह संपन्न हो गया। छठ पूजा के दूसरे दिन उगते सूरज को अर्घ्य देने के लिए घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। कस्बे के विभिन्न मोहल्लों, गाँव की गलियों और घाटों की ओर जाने वाले रास्तों पर भोर में तीन बजे से ही मंगलगीत गूंजने लगे थे। गाजे-बाजे, ढोल-नगाड़ों के साथ व्रती महिलाएं छठ मईया की गीत गाती हुईं घाटों की तरफ रूख कर दिया । भोर में चार बजे से ही नदी और तालाबों पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए। सूर्य के उदय होते ही घाटों पर जयघोष होने लगा। आतिशबाजी की गूँज चारों तरफ़ सुनाई देने लगी । नदी और तालाबों में महिलाएं सुबह चार बजे से ही कमर भर पानी में खड़ी होकर सूर्योदय की प्रतीक्षा कर रही थीं। उनकी आंखें पूरब दिशा में आकाश की ओर टिकी थीं। सूर्योदय होते ही व्रती महिलाओं ने उन्हें दूध और जल का अर्घ्य देकर प्रसाद अर्पित किया। भगवान भाष्कर की आरती उतारी। व्रतियों ने सूर्य को अर्घ्य देकर घर-परिवार, देश व समाज के लिए मंगलकामना की। मंगलगीत गाती हुई महिलाओं का समूह अपने-अपने घर पहुंची। जहां पर महिलाओं ने विधि-विधान के साथ व्रत तोड़ा। इस दौरान घाटों पर लोग आतिशबाजी कर खुशी का इजहार किये । कई श्रद्धालु नाच-गाकर खुशी मनाते नज़र आए। चारों तरफ मेले जैसा माहौल था । नगर के सेमरौना रीवर फ्रन्ट, दुग्धेश्वर नाथ मंदिर स्थित पोखरे, शीतला माता मंदिर, ग्राम पिडरा स्थित गुर्रा नदी घाट, ईश्वरपुरा, पलिया घाट, बेलवा दुबौली, हड़हा, हौली, खोपा सहित क्षेत्र के विभिन्न घाटों, सरोवरों, तालाबों पर छठपूजा के चलते अद्भुत नजारा था। हर कोई लोक आस्था का पर्व धूमधाम से मनाने में लगा हुआ था। वहीं कुछ व्रती महिलाएं अपने दरवाजे पर गड्ढे खोदकर तथा कुछ अपने घर के छतों पर कृत्रिम रूप से टबों में जल भरकर तालाब का रूप देकर छठ पर्व मनाया । सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन के लोग मुस्तैद रहे । भीड़ को देखते हुए कई घाटों पर बैरिकेडिंग की ब्यवस्था की गई थी । हालांकि पिडरा-पचलड़ी स्थित गुर्रा नदी घाट पर हर साल सुरक्षा के मद्देनजर गोताखोरों की व्यवस्था रहती थी । किन्तु इस बार यह व्यवस्था नहीं किया गया था । इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता व समाजसेवी जगह-जगह कैंप लगाकर श्रद्धालुओं का स्वागत कर उनसे आशीर्वाद लिए ।