अचानक बाढ़ आने की स्थिति में पीड़ितों को तत्काल मिले राहत -- सांसद तनुज पुनिया
निष्पक्ष जनअवलोकन
बाराबंकी।विगत दिनों में हुयी भारी बारिश के चलते जनपद की नदियों और नालों का जलस्तर आश्चर्यजनक रूप से बढ़ रहा है बरसात के पानी से जनता का नुकसान न हो इसके लिये जिला प्रशासन बाढ़ से निपटने की सभी तैयारियां पूरी कर लें घाघरा और सरयू नदी के पानी से हमारे तराई में रहने वाली आवाम प्रभावित होती है इसके लिये प्रशासन सभी बाढ़ चौकियों को सक्रीय करते हुये कर्मचारियों को तैनात कर दें जिसमें यदि बाढ़ आने की स्थित बनती है तो आवाम को सूचना देकर उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया जा सके। उक्त अपेक्षा इण्डिया गठबन्धन के नव निवार्चित कांग्रेस सांसद तनुज पुनिया ने जिला प्रशासन से अचानक बाढ़ आने की स्थित में पीड़ितों को तत्काल राहत पहुँचाने के उद्देश्य से की है।नव निवार्चित सांसद तनुज पुनिया ने कहा कि हमने देखा है कि किस तरह घाघरा नदी में जब पड़ोसी देश से पानी छोड़ा जाता है तो हमारे लोकसभा क्षेत्र की सूरतगंज,रामनगर,सिरौली गौसपुर की तराई की आवाम को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है पूर्व सांसद विकास पुरूष डा० पी०एल० पुनिया के प्रयासों से जनपद सीतापुर के बार्डर से अयोध्या बार्डर तक घाघरा नदी पर बनवाये गये तटबन्ध से बाढ़ के पानी का अन्दर आने का खतरा काफी टल गया है, लेकिन बाढ़ का पानी कभी भी तबाही मचा सकता है वैसे भी जनपद कीगोमती,कल्यांणी,रेठ नदी बरसात के दिनों में भारी तबाही मचाती हैं जिसके चलते लोग अपने जानवरों के साथ तटबन्धों पर रहने को मजबूर होते हैं और उनके घरों में गृहस्थी के सामानों की बरबादी बाढ़ के पानी से होती है और कभी-कभी जान माल का भी नुकसान होता है। बाढ़ जैसी दैवीय आपदा से लोकसभा क्षेत्र की आवाम का जीवन सुरक्षित रहे और उनके पशु, गृहस्थी का सामान सुरक्षित रहे इसके लिये जिला प्रशासन, ग्रामीणों को तत्काल राहत पहुँचाने के लिये नाव और नाविक की तैयारी पूरी रखें तथा बाढ़ मे अपना जीवन तटबन्ध पर गुजारने वालों के लिये पर्याप्त खाद्यय सामग्री, तिरपाल, टाट पट्टी जानवरों के लिये चारा और बाढ़ में संक्रामक रोगों के खतरों को देखते हुये स्वास्थ शिविर और उनमें डाक्टरों की तैनाती के साथ ही बाढ़ के पानी को घरों से निकाले जाने की व्यवस्था पूर्व में ही जिला प्रशासन करके बाढ़ आने की स्थित में जनता को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की तैयारी पूर्णं करके रखें जिससे आवाम के जान-माल की सुरक्षा के साथ साथ बाढ़ से आने वाली परेशानियों से बचाया जा सके।