मिर्ज़ापुर नगर पालिका के पास कर्मचारियों की कमी

नगर पालिका की घोर लापरवाही के चलते ग्यारह दिन पर भी संकठा घाट के लोगों को नहीं मिला पानी

मिर्ज़ापुर नगर पालिका के पास कर्मचारियों की कमी

मिर्ज़ापुर खबर का हुआ असर-

निष्पक्ष जन अवलोकन रितेश कुमार गुप्ता 

मिर्ज़ापुर अपर्याप्त कर्मचारी के बीच शुरू हुआ नगर पालिका का काम संकठा घाट के लोगों की मदद से ट्यूबवेल को निकाला गया! सोमवार दोपहर में नगर पालिका के तीन कर्मचारी ट्यूबवेल को निकलाने संकठा घाट पर पहुचे और वाहा लोगो से कहा कि ट्यूबवेल निकालने के लिए आप लोग भी लगेंगे नहीं तो ट्यूबवेल का मोटर आज भी नहीं निकलेगा, क्योंकि हम तीन कर्मचारियों की सांख्य परयाप्त  नहीं है!उन कर्मचारियों ने कहा कि एक और कर्मचारी भी नगर पालिका के पास नहीं है! आप लोगों के लगाने पर ही ट्यूबवेल निकलेगा  नहीं तो ट्यूबवेल का काम नहीं होगा! मजबूर मोहल्ले वाले अपनी दुकान को छोड़ कर ट्यूबवेल की रशी खींचने को लग गए!अब अगर मोहल्ले वाले ना लगे होते तो नगर पालिका के कर्मचारी बीना ट्यूबवेल निकले ही चले जाते जैसा पिछले दिनों में हुआ, नगरपालिका के कर्मचारी आए तो ट्यूबवेल को निकल्ने , लेकिन उनकी संख्या कम थी और मोहल्ले वाले तीज का बाजार चल रहा था सभी और अपने-आपने दुकान में व्यस्थ थे और जो नगर पालिका के कर्मचारी आए और ट्यूबवेल को बिना निकाले चले गए! और तो और ट्यूबवेल निकले आज मंगलवार को चौबीस घंटे से ज्यादा हो जाने पर भी ट्यूबवेल ठीक होकर नहीं लगा! ऐसे भ्रष्ट नगर पालिका के अधिकारी, कर्मचारी हैं आखिर क्या इनकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं तो फ़िर इनको नगर पालिका में रहने का क्या मतलब ! आख़िर इनके ऊपर कौन लगाम लगाएगा, आज मंगलवार को पानी आये ग्यारह दिन होने पर भी पानी लोगों को नहीं मिल पाया! नगर पालिका अध्यक्ष, सभासद, सब मुकदर्शक बनकर बैठे हैं! लोगों की समस्या से कोई लेना-देना नहीं इनकी नाकामी की वजह से सरकार का नाम ख़राब होता है! जहां सरकार पानी के लिए अमृत योजना चला रही है ऐसे में नगर पालिका के लापरवाही से योजनाएं फिसड्डी साबित हो रही है, सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है!संकठा घाट के लोगों ने गुहार लगाई है जिलााधिकारी मुख्यमंत्री जी से कहा है कि संकठा घाट के लोगों की पानी की समस्या जल्दी से जल्दी दूर हो,और मोहल्ले वालो को पानी मिले और दोशी अधिकारियो के प्रति उचित कार्यवाही हो